8 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच दोनों राज्यों में 7-7 मौतें हुई हैं। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता और सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ये आंकड़ा जारी किया है।
नई दिल्ली. प्रधान मंत्री द्वारा 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद अबतक इसके कारण मौतों का आंकड़ा 100 तक पहुंच गया है। सबसे ज्यादा मौतें महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में हुई हैं। दावा है कि 8 नवंबर से 15 दिसंबर के बीच दोनों राज्यों में 7-7 मौतें हुई हैं। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता और सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ये आंकड़ा जारी किया है। बता दें कि नोटबंदी के बाद मौतों की संख्या को लेकर विवाद भी सामने आए हैं। बीजेपी ने लोगों को नोटबंदी से असुविधा पहुंचने की बात तो मानी पर अब तक इस बात को खारिज किया कि सभी मौतों की वजह नोटबंदी ही है।
ब्रायन का ट्वीट वायरल, कुछ लोगों ने दिए कड़े जवाब
ब्रायन ने यह ट्वीट गुरुवार को किया। उनके आंकड़ों के मुताबिक़ जिन राज्यों में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की सरकारें हैं, वहां सबसे ज्यादा मौतें हुई हैं। उधर, कई यूजर्स ने ब्रायन की स्टेटस को रीट्वीट कर नोटबंदी के बाद के हालात की निंदा की तो कई रिएक्शन ऐसे भी आए जिसमें ब्रायन को पश्चिम बंगाल की ओर ध्यान देने की सलाह दी गई। एक यूजर ने लिखा, “ममता और उनके नेता देश को कभी नहीं बताएंगे कि सारदा स्कैम के बाद (बंगाल में) कितने लोगों की मौत हुई और इसमें तृणमूल के कितने नेता शामिल थे।”
कौन हैं ब्रायन ?
ब्रायन राज्यसभा में टीमसी के नेता हैं। वे पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। बता दें कि ब्रायन मशहूर टीवी पर्सानिलिटी हैं।
यहां नीचे क्लिक कर जानें तृणमूल द्वारा जारी मौतों का आंकड़ा
विपक्ष के निशाने पर मोदी
नोटबंदी के मुद्देपर मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, कांग्रेस समेत वामदलों ने सरकार के फैसले का जमकर विरोध किया। शीतसत्र में नोटबंदी पर प्रधानमंत्री के जवाब की मांग करते हुए कांग्रेस ने एक दिन भी सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी। विपक्ष ने सरकार के फैसले के खिलाफ सड़क पर उतारकर आक्रोश दिवस भी मनाया। इसबीच सरकार की ओर से आम लोगों को राहत देने के लिए कई बड़े अनाउंसमेंट भी किए गए।
रोज छापेमारी, जब्त हो रहे हैं करोड़ों रुपए और सोना
नोटबंदी के बाद देशभर में प्रवर्तन निदेशालय, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, सीबीआई और पुलिस ने छापे मारकर करोड़ों रुपए के अवैध कैश और सोने की जब्ती की है। कर्नाटक में आरबीआई के सीनियर अफसर समेत बैंकों के 16 अफसर गलत तरीके से नोटों की अदला-बदली में पकड़े गए हैं। जबकि एक्सिस बैंक की दिल्ली की कई ब्रांचों में फर्जी खाते और उनमें करोड़ों रुपये की बरामदगी हुई है। 11 नवंबर तक कुल सीज की गई करंसी करीब 50.28 करोड़ रुपये से ज्यादा है।
अब तक की बड़ी जब्ती, जानें कहां कितना हुआ बरामद
कर्नाटक : 28 करोड़
तमिलनाडु : 10 करोड़
दिल्ली: 5 करोड़
गुजरात : 2.30 करोड़
राजस्थान : 2.25 करोड़
गोवा : 1.97 करोड़
पश्चिम बंगाल : 44 लाख
चंडीगढ़ : 69.35 लाख
मुंबई व ठाणे : 2.13 करोड़
नोट : खबर लिखे जाने तक बरामदगी के आंकड़े ज्यादा भी हो सकते हैं।