जयपुर। वन्य जीवों के अंगों की तस्करी गिरोह के सरगना अनुराग तिवारी का जाल सात समंदर पार तक फैला है। अनुराग की कॉल डिटेल से खुलासा हुआ है कि सात देश में 17 लोगों से ऑन कॉल डीलिंग करता था। तस्करी किए माल की रकम का लेन-देन हवाला से करता था। शनिवार को जीआरपी ने रामगंज क्षेत्र में तस्कर गिरोह के करियर जुनैद और आबिद की तलाश में दबिश दी, लेकिन दोनों फरार मिले। इधर, तस्करी गिरोह के करियर की तलाश में जीआरपी ने बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर समेत कई शहरों में दबिश दी।
अनुराग और उसका परिवार भूमिगत
जीआरपी के हत्थे चढ़े लुप्त गैंडे के सींग की तस्कर गिरोह से वन्य जीवों के अंगों की तस्करी के मामले में नई जानकारियां सामने आ रही हैं। जीआरपी सूत्रों के अनुसार, तस्करी गिरोह के सरगना अनुराग तिवारी, उसका परिवार और करियर भूमिगत हो गए हैं। अनुराग के मोबाइल की कॉल डिटेल से खुलासा हुआ कि उसका देश के हर शहर में तस्करी का नेटवर्क है। वह मोबाइल पर दक्षिण अफ्रीका, फ्रांस, यूके, यूएसए, म्यामांर, अंगोला और मंगोलिया में 17 मोबाइल नम्बर पर बातें करता था। उसी के जरिए ही वह सारे कारोबार का संचालन करता था।
होटल में रुकना और फ्लाइट से आना-जाना
आरोपित लग्जरी होटलों में ठहरता था। फ्लाइट से आता-जाता था। जीआरपी पासपोर्ट मुख्यालय से अनुराग, उसके परिवार की विदेश यात्राओं का ब्योरा भी मंगा रही है।
कहां-कितने पर बात
देश मोबाइल नम्बर
अंगोला 6
यूके 3
दक्षिण अफ्रीका 3
फ्रांस 2
मलेशिया 1
म्यांमार 1
अधिकारियों को पत्र
जीआरपी ने अनुराग, उसकी मां और अन्य परिजनों के बैंक खातों से लेन-देन बंद करने और बैंक खातों की संख्या जानने को दो निजी और एक सरकारी बैंक के महाप्रबंधक को पत्र लिखा है। हाल में हुए बैंक खातों के लेन-देन की रिपोर्ट भी मांगी है।
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