बाबा के भक्त उनसे अच्छी बारिश की प्रार्थना करते हैं, उन्हें ढोकले का भोग लगाते हैं
अहमदाबाद। अहमदाबद में माधवपुरा पुलिस स्टेशन के पास स्थित बाबा ढोकल की मजार पर भक्त अच्छी बारिश की दुआ करने के लिए बाबा के दरबार पर आते हैं। भक्त बाबा ढोकल की मजार पर ढोकले का भोग लगाते हैं। कहा जा रहा है कि बाबा ढोकल की मजार पर प्रार्थना करने से अच्छी बारिश होती है। जैसे ही गुरुवार आता है यहां भक्तों का भीड़ लग जाता है। बाबा उन 12 तपस्वियों में से एक है जिनके आशीर्वाद से शहर बसा। बाबा की मजार के आसपास कई दुकानें है और मेंहदी कुवा इलाके की मुस्लिम आबादी के लिए बाबा परम पूजनीय हैं।
इतिहासकारों के मुताबिक, अहमदाबाद की नींव रखने वाले चार अहमदों के अलावा 12 तपस्वियों का भी योगदान है। 400 साल पहले स्थापना समारोह में शामिल होकर 12 तपस्वियों ने शहर को आशीर्वाद दिया। बाबा ढोकल समेत सभी तपस्वी दिल्ली के ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया के भक्त थे। फिलहाल बाबा ढोकल की मजार की देख-रेख शौहरत अली करते हैं। उनका कहना है कि सूखे के साल भी यहां के लोगों ने बाबा से दुआ मांगी थी। उस वक्त बाबा ढोकल ने कहा था, ‘बाबा ढोकल, पानी मोकल’ (बाबा ढोकल बोले, पानी भेजो)। इसके बाद शहर में अच्छी बारिश हुई थी।
शौहरत कहते हैं, ‘आज भी जब मॉनसून को लेकर अनिश्चितता रहती है, लोग अच्छी बारिश की दुआ करने बाबा के दरबार में आते हैं। खराब मॉनसून का सबसे ज्यादा असर किसानों और गरीबों पर पड़ता है। गुरुवार के दिन यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं और दुआ के बाद गरीबों में प्रसाद स्वरूप ढोकले बांटते हैं।’
मौजूदा साल के बारे में बात करते हुए अली ने कहा, ‘अब तक इस साल यहां ज्यादा भीड़ नहीं दिख रही, लोगों को अच्छी बारिश की उम्मीद है। हालांकि, लोग पहले ही बाबा से अच्छी बारिश की दुआ कर चुके हैं।’ ढोकले के प्रसाद पर बात करते हुए अली ने कहा, ‘हम नहीं जानते कि बाबा और ढोकले के बीच क्या संबंध है, लेकिन जब से हमें याद है हम यही देखते आए हैं कि हर गुरुवार को गरीबों में बाबा के प्रसाद के रूप में ढोकले बांटे जाते हैं। आसपास के हिंदू भक्त भी बाबा में बहुत विश्वास रखते हैं।