Flashback: जब ट्रेन हादसों ने जिदंगी को किया “बेपटरी”
Published: Aug 05, 2015 10:18:00 am
मध्य प्रदेश के हरदा में मंगलवार रात को कामायनी एक्सप्रेस और जनता एक्सप्रेस की
बोगियां पटरी से उतर गई
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के हरदा में मंगलवार रात को कामायनी एक्सप्रेस और जनता एक्सप्रेस की बोगियां पटरी से उतर गई। इससे पहले भी देश में कई बड़ी रेल दुर्घटनाएं हो चुकी है। आइए बड़े रेल हादसों पर डालते हैं एक नजर:
26 मई 2014: उत्तर प्रदेश के संतकबीरनगर में गोरखधाम एक्सप्रेस एक मालगाड़ी में घुस गई, 22 लोगों की मौत। हादसा चूरेन स्टेशन पर उस वक्त हुआ जब एक्सप्रेस टे्रन उसी ट्रेक पर आ गई जिस पर मालगाड़ी खड़ी थी।
4 मई 2014: महाराष्ट्र के रायगड में कोंकण रेल मार्ग पर दीवा-सावंतवाड़ी पैसेंजर ट्रेन का इंजन और छह बोगियां पटरी से उतर गई, 18 की मौत और 124 घायल।
17 फरवरी 2014: निजामुद्दीन-एर्नाकुलम लक्षद्वीप मंगला एक्सप्रेस के 10 डिब्बे नासिक जिले के इगतपुरी के पास बेपटरी हो गए। तीन की मौत और 37 घायल।
8 जनवरी 2014: बांद्रा-देहरादून एक्सप्रेस के कोच नंबर एस2, एस3 और एस4 में आग लग गई। इसके चलते चार लोग जिंदा जल गए और पांच की दम घुटने से मौत हो गई। हादसा सूरत के पास दहानु रोड और घोलवाड स्टेशन के पास हुआ।
28 दिसंबर 2013: बेंगलुरू-नांदेड़ एक्सप्रेस के एसी 3टियर बी-1 कोच में आग लगने से 26 लोग मारे गए और 12 घायल हो गए। हादसे के वक्त कोच में सवार 35 यात्री सो रहे थे इनमें से अधिकांश सुरक्षित निकलने में सफल रहे।
2 नवंबर 2013: रायगढ़-विजयवाड़ा ट्रेन आंध्रप्रदेश के विजयनगरम जिले के गोतलाम स्टेशन पर आठ लोगों के ऊपर से गुजर गई।
19 अगस्त 2013: बिहार के खगडिया जिले में रेलवे ट्रेक पर खड़े 37 श्रृद्धालुओं को तेज रफ्तार से आ रही एक्सप्रेस टे्रन कुचलते हुए निकल गई। मारे गए लोग समस्तीपुर-सहरसा ट्रेन से उतरे थे।
30 जून 2012: नई दिल्ली-चेन्नई एक्सप्रेस में शॉट सर्किट की वजह से लगी आग में 35 लोग जिंदा जल गए और 25 घायल हो गए। हादसा आंध्रप्रदेश के नेल्लोर के पास हुआ।
31 मई 2012: हावड़ा-देहरादून एक्सप्रेस जौनपुर के पास बेपटरी हो गई, सात लोग मारे गए।
22 मई 2012: हंपी एक्सप्रेस आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले में एक मालगाड़ी से टकरा गई, 25 लोगों की मौत।
20 मार्च 2012: मथुरा-कासगंज पैसेंजर ट्रेन ने मानवरहित क्रॉसिंग पर एक मिनी बस को टक्कर मार दी, 15 की मौत।
11 जनवरी 2012: ब्र±मपुत्र मेल और एक मालगाड़ी में टक्कर होने से पांच लोगों की मौत।
22 नवंबर 2011: हावड़ा-देहरादून एक्सप्रेस में आग से सात लोग जिंदा जले।
10 जुलाई 2011: मालवा स्टेशन पर कालका मेल पटरी से उतरी, 71 की मौत।
7 जुलाई 2011: मथुरा-छपरा एक्सप्रेस ने बस को टक्कर मारी, 39 की मौत।
22 मई 2011: गरीबरथ एक्सप्रेस ने मधबुनी स्टेशन के पास बोलेरो को टक्कर मारी, 20 की मौत।
20 अक्टूबर 2010: इंदौर-ग्वालियर इंटरसिटी एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकराई, 24 की मौत।
19 जुलाई 2010: उत्तरबंग एक्सप्रेस वनांचल एक्सप्रेस में सैंथिया स्टेशन पर घुसी, 66 लोगों ने जान गंवाई।
28 मई 2010: ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस को नक्सलियों ने पटरी से उतारा, 150 लोगों की मौत।
2 जनवरी 2010: प्रयागराज एक्सप्रेस और गोरखधाम एक्सप्रेस टकराई,12 मारे गए।