पाकिस्तान ने आज ही दिया था भारत के परमाणु शक्ति होने का जवाब
Published: May 27, 2015 03:29:00 pm
पाकिस्तान और चीन से तल्ख संबंधों के चलते 20वीं सदी के आखिर में भारत को परमाण्विक
हथियारो…
पाकिस्तान और चीन से तल्ख संबंधों के चलते 20वीं सदी के आखिर में भारत को परमाण्विक हथियारों का विकास करना पड़ा। वर्ष 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने 11 मई तथा 13 मई 1998 को अपने परमाणु हथियारों का परीक्षण कर पूरे विश्व को परमाण्विक शक्ति बनने के संकेत दिए।
भारत के पास परमाण हथियारों के होने से उपजे शक्ति असंतुलन ने भारत के पड़ौसी देशों को चिंता में डाल दिया। इनमें चीन पहले से ही आण्विक शक्ति बन चुका था, परन्तु पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत के परमाणु परीक्षणों के बदले आज ही के दिन 28 मई तथा 30 मई 1998 को चगाई में परमाणु परीक्षण किया।
हालांकि ये परीक्षण भारत की अपेक्षाकृत कम क्षमता वाले थे परन्तु आण्विक हथियारों की इस होड़ ने दक्षिण भारत में शक्ति अंसतुलन बिगाड़ दिया।
हथियार परीक्षणों के बाद दोनों ही देशों पर विश्व भर की अग्रणी शक्तियों ने आर्थिक तथा सामरिक प्रतिबन्ध लगा दिए। इन प्रतिबन्धों ने लंबे समय तक दोनों ही देशों की आर्थिक प्रगति पर रोक लगा दी, हालांकि बाद में दोनों ही देशों द्वारा परमाणु हथियारों का शांतिपूर्ण इस्तेमाल करने का वचन देनें पर इन प्रतिबंधों को हटा लिया।