त्योहारी सीजन में बढ़ रही मिठाई बनाने में बढ़ रही मावा की खपत को देखते हुए चिकित्सा विभाग के खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने गुरुवार को शहर में मिठाई की तीन दुकानों से मावा के नमूने लिए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनिल शर्मा ने बताया कि दिल्ली दरवाजा स्थित गोकुल मिष्ठान भण्डार, श्री बाबा रामेदव मिष्ठान भण्डार एवं वाटर वक्र्स चौराहा स्थित कानजी स्वीट्स से मावा के सैम्पल लेकर जांच के लिए जोधपुर लेबोरेट्री भिजवाए। खाद्य सुरक्षा अधिकारी के कार्रवाई की सूचना मिलने पर शहर के मिठाई व्यापारियों में हडकंप मच गया।
एक अधिकारी के भरोसे जिला
दीपावली के अवसर पर मिठाइयों की मांग जिस अनुपात में बढ़ती है, उस अनुपात में दूध की सप्लाई नहीं होने से कुछ लोग सिंथेटिक मावा बनाकर बाजार में बेचते हैं। कार्रवाई नहीं होने से ऐसे लोग बच जाते हैं।
व्यापारियों की मानें तो दीपावली पर मिठाई की मांग दुगुनी से अधिक रहती है, लेकिन दूध की आपूर्ति में कोई फर्क नहीं आता। ऐसे में मावे की आपूर्ति करना मुश्किल रहता है। इसका फायदा उठाकर नकली मावा तैयार करने वाले लोग आम जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करते हैं।
जांच करने वाले अधिकारियों की कमी के चलते वे पकड़ में नहीं आते। जिले में एक खाद्य सुरक्षा अधिकारी है, जिन पर जिले भर में कार्रवाई की जिम्मेदारी है।