याकूब को फांसी पर लटकाने के बाद उसकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट तक इन अधिकारियों ने मौन रखा।
नई दिल्ली।
1993 के बम धमाकों के आरोपी
याकूब मेमन को गुरूवार सुबह
फांसी दे दी गई। बताया जा रहा है कि याकूब को तड़के तीन बजे उठाया गया। इसके बाद उसे नहलाया गया। फिर याकूब ने नए कपड़े पहनकर नाश्ता किया और फांसी से पहले उसने आखिरी नमाज अता की। इसके बाद उसने कुरान पढ़ी।
फांसी के समय वहां 6 अधिकारी मौजूद थे। याकूब को फांसी पर लटकाने के बाद उसकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट तक इन अधिकारियों ने मौन रखा। वहीं खबरें हैं कि याकूब के परिजनों ने उसके लिए जेल में ही बर्थ डे केक भेज दिया था। याकूब को उसके 53वें जन्मदिन पर ही फांसी दे दी गई। परिजनों को उम्मीद थी कि याकूब की फांसी कुछ दिनों के लिए टल जाएगी। ऎसे में उन्होंने रात को ही बर्थडे केक भेज दिया था।
खबरों की मानें तो याकूब के परिजनों ने याकूब के बर्थडे केक को नागपुर सेंट्रल जेल के सुपरिटेंडेंट को सौपा ताकि याकूब अपना जन्मदिन मना सके।