फ्लिंटॉफ हालांकि तब चोट के कारण इंग्लैंड लौटने से पहले सुपर किंग्स के लिए सिर्फ तीन मैच खेल सके थे। फ्लिंटॉफ ने कहा कि अच्छी खासी कमाई होने के बावजूद वह खुद को आईपीएल से जोड़ नहीं पाते, क्योंकि उन्हें आईपीएल से जुड़ाव महसूस नहीं होता।
समाचार पत्र डेली मेल में रविवार को प्रकाशित अपने स्तंभ में फ्लिंटॉफ ने कहा, जब मैं आईपीएल या 2008 में उस बेहुदे एलेन स्टैनफोर्ड टूर्नामेंट में खेल रहा था, तो मुझे क्रिकेट के प्रति अपने मूलभूत लगाव के बारे में समझ में आया कि मैं रूपयों के लिए नहीं खेल सकता।
फ्लिंटॉफ ने कहा, मैं इस बात को साफ-साफ नहीं कह सकता कि मैं कभी सिर्फ रूपयों के लिए क्रिकेट खेल सकता हूं। हालांकि रूपये का काफी महत्व होता है, इस संबंध में मैं झूठ नहीं बोल सकता। लेकिन जब मैं 2009 में चेन्नई की ओर से आईपीएल में खेल रहा था, मुझे अपनी टीम के सभी साथी खिलाडियों और स्टाफ के नाम तक नहीं पता थे। मुझे याद है, मैं पीले रंग की जर्सी में मैदान के बीच खड़ा था, मेरा बदन दर्द कर रहा था, लेकिन मैं चेन्नई के लिए अपना सबकुछ नहीं दे पाया।
उन्होंने आगे लिखा है, मेरी यह प्रतिक्रिया उनके प्रति नहीं है। बल्कि मेरे लिए उस टीम का खास महत्व ही नहीं था। आईपीएल? ना, मैं जो कुछ करता हूं उससे मेरा जुड़ाव होना चाहिए। फ्लिंटॉफ इंग्लैंड के लिए 79 टेस्ट और 141 अंतरराष्ट्रीय एकदिवसीय खेल चुके हैं।