दक्षिण कोरिया के फुटबाल अधिकारी मोंग जून के खिलाफ फीफा विश्व कप 2018-2022 की मेजबानी के लिए दावेदारी प्रक्रिया की जांच में पाए गए तथ्यों के आधार पर इसी वर्ष जनवरी में सुनवाई शुरू की गई थी।
फीफा ने अपने वक्तव्य में आगे कहा है, प्रतिबंध की अवधि में चारों अधिकारी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फुटबाल से जुड़ी किसी भी गतिविधि में हिस्सा नहीं ले सकते। सभी पर प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू होता है।
चारों अधिकारियों के खिलाफ वित्तीय भ्रष्टाचार के आरोप में कोर्नेल बोर्बेली की अध्यक्षता वाली फीफा की एथिक्स कमिटी जांच कर रही थी। प्रतिबंधित किए गए चारों अधिकारियों ने किसी भी तरह गड़बड़ी में संलिप्त होने से इनकार किया है।
फीफा ने बताया कि ब्लाटर के खिलाफ रॉबर्ट टोरेस ने जांच की, जबकि वाल्के की जांच वानेसा एलार्ड ने की। फीफा ने गोपनीयता का हवाला देते हुए कहा है कि इस मामले पर वह अभी और कुछ नहीं बताएगी जब तक कि अंतिम निर्णय नहीं आ जाता।