शिवसेना ने कहा, भारत-पाक के बीच सीरीज का आयोजन मुंबई हमले के आतंकवादी अजमल कसाब को सम्मान देने जैसा होगा
नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच दिसंबर में होने वाली सीरीज को बीसीसीआई की और से हरी झंडी दिए जाने के बाद रविवार को शिवसेना ने कड़ा विरोध किया। शिवसेना ने कहा, भारत-पाक के बीच सीरीज का आयोजन मुंबई हमले के आतंकवादी अजमल कसाब को सम्मान देने जैसा होगा। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में संपादकीय के जरिए भारत-पाक सीरीज का विरोध करते हुए लिखा, जिस दिन 26/11 की बरसी पर करीब 200 निर्दोष लोगों और 20 पुलिसवालों को याद किया रहा था ठीक उसी दिन सीरीज को कराने की अनुमति दी गई थी। ऐसा लगता है कि इस सीरीज की मेजबानी करने के लिए श्रीलंका को चुनना आतंकवादी अजमल आमिर कसाब और उसके साथियों को पुरस्कार के लिए चुनने जैसा है।
शिवसेना ने अपने संपादकीय में कड़ा विरोध जताते हुए कहा, आतंकवादी हमलों के कारण भारत में पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने का विरोध हो रहा है और शिवसैनिक भारत में मैच खेलने की इजाजत नहीं दे रहे है लेकिन बोर्ड में बैठे लोगों को आतंकवादियों के हमले में मारे गए लोगों की कोई चिंता नहीं है।
मुखपत्र में कहा गया, यह अच्छी बात है कि विदेश मंत्रालय ने द्विपक्षीय सीरीज के लिए अभी तक अपनी मंजूरी नहीं दी है और सरकार को अपने इसी रुख पर कायम रहकर बीसीसीआई के उतावलेपन पर नकेल कसना चाहिए।
भारत और पाकिस्तान के बीच सीरीज के विरोध में शिवसेना बिल्कुल सख्त रूप अपनाए हुए है और पिछले दिनों कार्यकर्ताओं ने बीसीसीआई कार्यालय में घुसकर बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर के सामने विरोध प्रदर्शन किया था।