कुलदीप पंवार
नई दिल्ली। क्या आपको याद है कि टीम इंडिया के सीमित ओवर संस्करण के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने पहली बार अंतरराष्ट्रीय मैच में कप्तानी की कमान कब संभाली थी और उनके विपक्षी कप्तान कौन से थे! यदि आपको याद नहीं आया तो चले आइए चंडीगढ के मोहाली में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन के आईएस बिंद्रा क्रिकेट स्टेडियम में। वो स्टेडियम जिसने 1993 में अपने निर्माण के बाद से कई ऐतिहासिक मुकाबले ही नहीं देखे बल्कि अपनी मुख्य बिल्डिंग की एक—एक गैलरी में भारतीय क्रिकेट के लम्हों को संजोया है।
किए गए फ्रेम में ऐतिहासिक फोटो कैद
स्टेडियम की मुख्य बिल्डिंग में प्रवेश करते ही सबसे पहले दीवारों पर 18 गुणा 30 के फोटो फ्रेम आपका स्वागत करते हैं। इनमें से हर फोटो फ्रेम में भारतीय क्रिकेट के पुराने दिनों की झलक दिखाई देती है। कई फोटो विश्व क्रिकेट के ऐतिहासिक लम्हों जैसे आॅस्ट्रेलिया के पहली बार विश्व कप जीतने से लेकर 1996 के विश्व कप में श्रीलंकाई रुतबा कायम होने जैसे फोटो भी यहां देखने को मिल जाएंगे। भारतीय क्रिकेट के पुराने सितारों और भावी सितारों के मिलन के फोटो भी इन फ्रेम में इतिहास के चक्र के बदलाव को दर्शाते दिखते हैं।
बिंद्रा के दिमाग की थी ये उपज
मोहाली स्टेडियम में पुरानी यादों कोे संजोने का यह आइडिया आईएस के नाम से मशहूर उन इंद्रजीत सिंह बिंद्रा के दिमाग की उपज थी, जिनका नाम पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन ने अपने इस स्टेडियम को उनकी मौत के बाद श्रद्धांजलि देने के लिए दिया था। पीसीए के पूर्व अध्यक्ष रहे बिंद्रा के बारे में आपको बता दें कि उनकी और जगमोहन डालमिया की जोडी ही, बीसीसीआई अध्यक्ष व महासचिव की वो मशहूर जोडी थी, जिसे भारतीय क्रिकेट में आज के रंग—बिरंगे अंदाज और पैसा लाने के लिए जिम्मेदार माना जाता है। 90 के दशक की शुरुआत में रही इसी जोडी ने विश्व क्रिकेट के प्रबंधन में भारतीय प्रभुत्व की शुरुआत की, जो आज तक जारी है।