नई दिल्ली। नॉकआउट किंग बन चुके भारत के प्रो मुक्केबाज विजेन्दर सिंह ने अपने अगले विपक्षी चीन के नंबर एक मुक्केबाज जुल्पिकार मैमाताली की चुनौती को उभरने से पहले ही यह कहकर ध्वस्त कर दिया कि चाइनीज माल ज्यादा देर नहीं चलता। प्रो मुक्केबाजी में अपने आठ मुकाबलों में सात नॉकआउट से जीत चुके विजेन्दर को पांच अगस्त को मुंबई में बैटलग्राउंड एशिया में जुल्पिकार से भिडऩा है, जो उनके करियर का नौवां मुकाबला होगा। इस मुकाबले से पहले विजेन्दर का प्लेटिनम हैवी ड्यूटी सीमेंट के साथ सोमवार को एक करार हुआ और इसके साथ ही प्लेटिनम हैवी ड्यूटी सीमेंट बैटलग्राउंड एशिया का टाइटल प्रायोजक भी बन गया। विजेन्दर इस कंपनी के नए ब्रांड एम्बेसेडर बन गए हैं।
विजेन्दर ने अपने अगले मुकाबले के चीनी विपक्षी के जोरदार दावों को हवा में उड़ाते हुए कहा, चाइनीज माल ज्यादा देर नहीं चलता है। मैं उसे कुछ राउंड में ही निपटा देने की कोशिश करूंगा। मुझे यकीन है कि मेरे पंचों के सामने वह ज्यादा देर नहीं टिक पाएगा। जुल्पिकार के उनसे नौ साल युवा होने के बारे में पूछे जाने पर विजेन्दर ने कहा, इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह मुझसे उम्र में नौ वर्ष कम है। जब आप रिंग में उतरते हैं तो मुकाबले में आपका अनुभव काम आता है। वह कितना युवा है, इसका मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं उसे पीटने के लिए तैयार हूं।
डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडलवेट चैंपियन विजेन्दर ने विश्व के पूर्व नंबर एक मुक्केबाज तंजानिया के फ्रांसिस चेका को हराकर अपने खिताब का बचाव किया था, जो उन्होंने 2016 में ऑस्ट्रेलिया के कैरी होप को हराकर जीता था। विजेन्दर के खाते में अब तक 30 राउंड आ चुके हैं और बैटलग्राउंड एशिया में वह जुल्पिकार के खिलाफ उतरेंगे। इस मुकाबले के लिए मुंबई के 5000 दर्शकों की क्षमता वाले स्टेडियम की अधिकतर टिकटें बिक चुकी हैं।
विजेन्दर का नौवां मुकाबला हालांकि गत एक अप्रैल को होना था, लेकिन तकनीकी कारणों से वह मुकाबला रद्द कर दिया गया था और अब पांच अगस्त को वह अपना नौवां मुकाबला लडऩे उतरेंगे। इस अंतराल के बारे में पूछने पर विजेन्दर ने कहा, मुझपर इसका कोई असर नहीं पड़ा। तकनीकी कारणों से वह मुकाबला नहीं हो पाया था। मैं अपनी तैयारी करता रहा और जिम में खुद को तैयार करता रहा।
भारतीय मुक्केबाज के विश्व खिताब के लिए उतरने की संभावनाओं के बारे में पूछने पर विजेन्दर के प्रमोटर आईओएस बॉक्सिंग प्रमोशंस के नीरव तोमर ने कहा, अभी इसमें समय है। विजेन्दर को अभी कम से कम पांच-छह मुकाबले और लडऩे होंगे, जिसके बाद ही वह डब्ल्यूबीओ विश्व खिताब के लिए अपना दावा पेश कर पाएंगे। तोमर ने साथ ही कहा, विजेन्दर को कॉमनवेल्थ और इंटरकांटिनेंटल मुकाबले भी लडऩे होंगे। यह एक क्रम है, जिससे विजेन्दर को गुजरना होगा। मुझे लगता है कि वह 2018 की समाप्ति तक विश्व खिताब के लिए उतर पाएंगे।
भिवानी ग्रुप की वापसी से हैं खुशबैटलग्राउंड एशिया में भारत के दो अनुभवी मुक्केबाज और ओलंपियन अखिल कुमार तथा जितेंद्र कुमार भी अपना प्रो मुक्केबाजी पदार्पण करेंगे। इनके प्रतिद्वंद्वियों की भी घोषणा हो चुकी है। इनके अलावा नीरज गोयत, प्रदीप खरेरा,
धर्मेंद्र ग्रेवाल, कुलदीप ढांडा और आसिफ खान भी बैटलग्राउंड एशिया में अपनी चुनौती रखेंगे।
नौ साल बाद यह पहला मौका होगा, जब विजेन्दर, अखिल और जितेंद्र एक साथ ङ्क्षरग में उतरेंगे। ये तीनों अपने संघर्ष के दिनों में हरियाणा के भिवानी में एकसाथ अभ्यास करते थे। अब इनका साथ फिर से मिलने पर विजेन्दर बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा, तीन हरियाणवी मिलेंगे तो फिर धमाल ही होगा। उन्होंने अखिल और जितेंद्र को शुभकामनाएं भी दीं।