80 घण्टे बाद उठाया युवक का शव
बाड़मेरPublished: Dec 02, 2015 02:44:00 am
जिला अस्पताल की मोर्चरी में पिछले चार दिन से रखा दलित युवक का शव मंगलवार
दोपहर दो बजे उठाया गया। वाल्मीकि समाज, परिजनों व पुलिस अधिकारियों
बाड़मेर। जिला अस्पताल की मोर्चरी में पिछले चार दिन से रखा दलित युवक का शव मंगलवार दोपहर दो बजे उठाया गया। वाल्मीकि समाज, परिजनों व पुलिस अधिकारियों के बीच मंगलवार को हुई कई दौर की वार्ताओं के बाद अंतत: सहमति बनी और परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव लेने पर राजी हो गए। इससे पुलिस ने एकबारगी राहत की सांस ली, लेकिन इस मामले का पर्दाफाश करने की चुनौती अब भी बनी हुई है। वाल्मीकि समाज ने चेतावनी दी है कि जब तक मामले का खुलासा नहीं होगा, तब तक झाड़ू डाउन हड़ताल यथावत रहेगी।
ऐसे बीते चार दिन
शहर के हाई स्कूल मैदान में शनिवार सुबह एक युवक का शव मिला, जिसकी शिनाख्त बापू कॉलोनी निवासी अजय कुमार पुत्र बसंत कुमार के रूप में हुई। मृतक के पिता बसंत कुमार ने कोतवाली थाने में हत्या का मामला दर्ज कराया, जिसमें बताया गया कि रॉय कॉलोनी निवासी नरेश कुमार ने अजय को जान से मरवाने की धमकी दी। पुलिस ने नरेश कुमार सहित करीब डेढ़ दर्जन संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। उधर, वाल्मीकि समाज इस बात पर अड़ गया कि जब तक हत्या का खुलासा नहीं होता, तब तक शव नहीं उठाया जाएगा।
ऐसे में शनिवार, रविवार, सोमवार व मंगलवार दोपहर दो बजे तक शव मोर्चरी में रहा। इस बीच शनिवार को आक्रोशित युवाओं व महिलाओं ने बाजार बंद करवाया एवं तोड़-फोड़ की। रविवार को कोतवाली के आगे प्रदर्शन हुआ। सोमवार को वाल्मीकि समाज के प्रतिनिधि मण्डल ने मुख्यमंत्री के बाड़मेर आगमन पर उनसे मुलाकात की, लेकिन शव नहीं उठाने पर अड़े रहे। अंतत: 80 घण्टे बीतने के बाद मंगलवार दोपहर दो बजे शव उठाने पर राजी हुए और अंतिम संस्कार किया।
पुलिस के खिलाफ लगाए नारे
शव को घर से अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाट ले जाते समय शव वाहन को कोतवाली थाने के आगे से गांधी चौक की ओर ले जाया गया। वहां से वापस कोतवाली थाने के आगे लाया गया। यहां पर वाल्मीकि युवाओं ने पुलिस के खिलाफ नारे लगाकर आक्रोश प्रकट किया। उन्होंने न्याय की गुहार भी की। शव यात्रा में वाल्मीकि समाज की महिलाएं भी शरीक हुई।
परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
अजय का शव मोर्चरी से जब घर ले जाया गया तो पूरे मोहल्ले में करुण क्रंदन हो गया। मृतक के पिता बसंत कुमार, मां, दादी, बहन व भाई का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। अजय की मां की हालत इतनी खराब हो गई कि उसके दांत जुड़ गए, जिसे बमुश्किल खुलवाया गया। मंगलवार सुबह मोर्चरी के आगे पहुंची मृतक की बहन खूब रोई। उसने पुलिस के समक्ष हाथ जोड़कर कहा कि उसके भाई के साथ न्याय होना चाहिए। बसंत कुमार की हालत इतनी खराब हो गई कि दो जनों के सहारे से वह इधर-उधर चलते रहे।
नहीं टूटा पुलिस के सब्र का बांध
जिला मुख्यालय बाड़मेर पर संभवत: यह पहला मौका है, जब शव उठाने को लेकर चार दिन तक गतिरोध चला। इस अवधि में कई बार ऐसा लगा कि पुलिस का रवैया सख्त हो जाएगा, लेकिन पुलिस ने सब्र का ऐसा बांध बनाया, जो नहीं टूटा। इन चार दिनों में पुलिस अधिकारियों व जवानों ने बीस-बीस घण्टे ड्यूटी की। इसी अवधि में मुख्यमंत्री का बाड़मेर आगमन होने से पुलिस की व्यस्तता और बढ़ गई। बावजूद इसके पूरे मामले को शांतिपूर्वक तरीके से संभाल लिया गया।
अब राज खोलने की चुनौती
हत्या के इस मामले में पुलिस ने शहर में कानून व्यवस्था संभालने के साथ-साथ तफ्तीश भी जारी रखी। फिर भी कहने के लिए यह रहा कि पुलिस की जो शक्ति मामले का खुलासा करने के लिए लगनी चाहिए, वह कानून व्यवस्था संभालने में लग रही है। अब चूंकि युवक के शव का अंतिम संस्कार हो गया है तो पुलिस के सामने नई चुनौती जल्द ही पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश करने की है। वाल्मीकि समुदाय के हड़ताल पर होने से शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से गड़बड़ा गई है। ऐसे में हत्या का राज खोलने व आरोपितों को गिरफ्तार करने का पुलिस पर दवाब है।
नगरपरिषद के सामने धरना शुरू
अजय वाल्मीकि हत्याकाण्ड संघर्ष समिति के बैनर तले मंगलवार शाम नगर परिषद के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू हुआ। समिति के भोजाराम मंगल ने बताया कि हत्या का खुलासा होने व आरोपितों की गिरफ्तारी होने तक यह धरना जारी रहेगा। साथ ही झाड़ू डाउन हड़ताल भी जारी रहेगी। झाड़ू डाउन बाड़मेर शहर के अलावा निजी क्षेत्र के उपक्रमों में भी रहेगी।
नाले-नालियां ओवरफ्लो
शहर के सफाईकर्मियों के झाड़ू डाउन हड़ताल पर चले जाने से लगातार दूसरे दिन मंगलवार को शहर की सफाई नहीं हुई। इससे नाले-नालियां ओवरफ्लो हो गए और गंदा पानी सड़कों पर बहता रहा। कई मोहल्लों में सड़क पर पानी पसरने से आमजन का आवागमन मुश्किल हुआ। मुख्य सड़कों की स्थिति भी खराब रही। यहां पर पैदल आवागमन मुश्किल बना रहा।
आईजी के निर्देश पर विशेष टीम गठित
पुलिस महानिरीक्षक जोधपुर रैंज के निर्देश पर अजय वाल्मीकि हत्या प्रकरण की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस अधीक्षक परिस देशमुख ने बताया कि आईजी गिरधारीलाल शर्मा के निर्देश पर गठित विशेष टीम के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बालोतरा जसाराम बोस होंगे। निकटतम पर्यवेक्षण का दायित्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बाड़मेर विपिन शर्मा को सौंपा गया है। टीम में पुलिस उप अधीक्षक बाड़मेर ओमप्रकाश उज्ज्वल, शहर कोतवाल बुद्धाराम विश्नोई, सदर थानाधिकारी सुखराम विश्नोई सहित कई विशेषज्ञ सदस्य शामिल किए गए हैं। टीम के गठन से पहले आईजी शर्मा ने इस प्रकरण की फाइल मंगवाई और मामले की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पुलिस कांस्टेबल से हैड कांस्टेबल पदोन्नति की आउटडोर परीक्षा के चलते आईजी मंगलवार को बाड़मेर आए हुए थे, जो शाम को वापस जोधपुर रवाना हो गए।