इंदौर। सिहस्थ के पहले कुमेडी में प्रस्तावित इंटर स्टेट बस टर्मिनल आईएसबीटी का काम किसानों के विरोध के चलते रूक गया हैं। आईडीए के टीम वहां से लौट आई और किसानों को चर्चा के लिए बुलाया हैं। किसानों का कहना है कि उन्हे वहीं प्लाट दिए जाए जो पहले अलाट हुए थे। तीन दिनों से […]
इंदौर। सिहस्थ के पहले कुमेडी में प्रस्तावित इंटर स्टेट बस टर्मिनल आईएसबीटी का काम किसानों के विरोध के चलते रूक गया हैं। आईडीए के टीम वहां से लौट आई और किसानों को चर्चा के लिए बुलाया हैं। किसानों का कहना है कि उन्हे वहीं प्लाट दिए जाए जो पहले अलाट हुए थे।
तीन दिनों से आईडीए की टीम कुमेडी में आईएसबीटी का काम कर रही हैं। 22 किसानों में से 12 जमीन देने को राजी हो गए थे और आईडीए ने उनको प्लाट भी दे दिए हैं। लेकिन बचे हुए किसान वही प्लांट मांग रहे है तो पहले अलाट हुए थे। इसके चलते शाम को पाच बजे के लगभग 25 से अधिक किसान वहां पहुंच गए और आईडीए की टीम को काम करने से रोक दिया। उनका कहना था कि पहले प्लाट दो फिर काम शुरू करे। अधिकारियों को गाली गलौज की गई। पुलिस को भी सूचना दी गई। लेकिन बाद में आईडीए की टीम वापस लौट आई। इंजीनियर रमण महाजन ने बताया कि विरोध के चलते काम रोकना पड़ा। किसानों को कहां गया है कि वे चर्चा के लिए आईडीए आए। एक-दो दिन में चर्चा के बाद फिर काम शुरू किया जाएेगा। सिहस्थ के पहले यह काम हर हाल में पुरा करना हैं। इसके लिए पुरी तैयारी कर ली गई हैं।