इंदौर। मानव की जान बचाना पहली प्रथमिकता, तेंदुए को पकडऩे के लिए बकरा, कुत्ता क्या आवश्यक हुआ तो पाड़ा भी बांधा जाएेगा। तेंदुए जैसे जंगली जानवर को पकडऩे के लिए यह एक तरिका हैं। किसी संगठन के कहने पर मानवर सुरक्षा को ताक पर नहीं रख सकते।
यह कहना है इंदौर रेंज के सीसीएफ पुरूषोत्तम धीमान का। उनका कहना है कि संगठन अपना काम करते हैं। लेकिन वन विभाग के मन्युअल में यह व्यवस्था है कि मानव जान बचाना पहली प्राथमिकता। इसके लिए रेस्क्यू का एक ही तरिका सालों से हैं। पिंजरे में किसी जनवर को रखा जाए उसे खाने के लिए तेंदुआ या एेसा कोई जानवर आकर्षित होता है और पकड़ा जाता हैं। अब तक इंदौर रेंज में ही दस के लगभग तेंदुए इसी तरह पकड़े गए हैं। रोजाना लाखों बकरे कटते हैं। यहां तो बकरे को कोई नुकसान नहीं होता। उसके खाने और पीने का भी प्रबंध किया जाता हैं। अब तक एेसे रेस्क्यू में बकरे या किसी कुत्ते को कोई नुकसान नहीं हुआ।