हाईटेक हुए सट्टेबाज, वॉट्सएप से लगा रहे 50 करोड़ का सट्टा
रायपुरPublished: Dec 01, 2015 10:16:00 am
हाईटेक हुए सटोरिए अब प्रदेश में रोजाना 50 करोड़ रुपए का दांव लगा रहे हैं
रायपुर. सटोरियों ने भी अब पुराने तौर तरीकों को छोड़ नया और आधुनिक तरीका अपना लिया है। हाईटेक हुए सटोरिए अब प्रदेश में रोजाना 50 करोड़ रुपए का दांव लगा रहे हैं। रायपुर शहर में ही प्रतिदिन दो से तीन करोड़ रुपए का सट्टा लगाया जा रहा है। इसके लिए वॉट्सएप का इस्तेमाल हो रहा है।
पत्रिका की पड़ताल में चौकाने वाला तथ्य सामने आया है। सोशल मीडिया को आधार बनाकर सट्टा बाजार फल फूल रहा है। रायपुर शहर मे रोज वॉट्सएप के जरिए दो से तीन करोड़ का दांव लगाया जा रहा है और प्रदेश में 50 करोड़ रुपए तक का सट्टा लगाया जा रहा है। सट्टा बाजार से जुड़े एक विश्सनीय सूत्र ने बताया कि पुलिस को चकमा देने के लिए सटोरियों ने सोशल मीडिया को हथियार बनाया है। संदेश भेजने के लिए वॉट्सएप का इस्तेमाल कर रहे हैं। शहर के भाटापारा इलाके में पुलिस को सट्टे के हाईटेक कारोबार का इनपुट मिला हैं। पुलिस इस इलाके में फोकस कर रही है।
मुनाफा बढ़ा
सोशल मीडिया का सहारा लेने से सटोरियों का मुनाफा बढ़ा है। चौक-चौराहों पर पर्ची काटकर बांटने की जरूरत नहीं रह गई। मैन पावर का इस्तेमाल किए बगैर एक जगह से कारोबार ऑपरेट करना आसान है। बस सट्टा खेलने वालों के नंबर हासिल हों।
सब कुछ ऑनलाइन
बड़े खाईवाल अब ऑनलाइन तरीका अपना चुके हैं। पहले हवाला के जरिए ही सट्टे का भुगतान होता था। लेकिन अब ऑनलाइन सुविधा होने पर सीधे एकाउंट में पैेसे पहुंच रहा है।
भाटापारा बना सटोरियों का गढ़
भाटापारा सट्टोरियों का गढ़ बनकर उभरा है। यहीं से प्रदेश भर में सट्टा बाजार का नेटवर्क फैला है। इसके बाद बिलासपुर में बड़ा कारोबार चल रहा। पुलिस लगभग 200 सटोरियों की निगरानी कर रही है।
इसलिए बदला तरीका
सोशल मीडिया में पर्ची बांटने का झंझट नहीं
गेम काटकर हिसाब का ब्यौरा भेजना आसान
गु्रप बनाकर बड़े बुकीज एक साथ लगाते हैं दांव
नागपुर और मुंबई से ऑनलाइन खुल रहा बाजार
पुलिस के समक्ष आ रही मुश्किलें
हाईटेक सटोरियों को ट्रैप करना मुश्किल
वॉट्सएप इस्तेमाल करने वाले फर्जी नंबरों को का पता लगाना कठिन
कारोबार के एक दिन बाद चिट्ठा गायब
सट्टा कारोबार की सूचना पर भाटापारा में फोकस है। सटोरिए हाईटेक तरीका अपनाकर कारोबार कर रहे। हाईटेक होने से उन्हें पकडऩे में थोड़ी दिक्कत है।
विभोर सिंह, डीएसपी