नगर निगम स्वास्थ्य विभाग की टीम शहरभर में डेंगू का लार्वा नष्ट करने का दावा कर रही है।
इंदौर.नगर निगम स्वास्थ्य विभाग की टीम शहरभर में डेंगू का लार्वा नष्ट करने का दावा कर रही है। जहां डेंगू का लार्वा मिल रहा है, उनसे जुर्माना वसूला जा रहा है, लेकिन निगम ने अपने ही घर में झांककर नहीं देखा, जहां लाखों की संख्या में डेंगू का लार्वा लोगों को बीमार कर रहा है। चिडिय़ाघर और रीजनल पार्क के मामले में लगातार शिकायत मिल रही थी कि यहां आने के बाद लोग बीमार हो रहे हैं। न्यू•ा टुडे रिपोर्टर इन दोनों स्थानों पर मलेरिया विभाग के कर्मचारी को लेकर पहुंचा तो तकरीबन हर हिस्से में डेंगू का लार्वा मिला। ऐसे में मनोरंजन के लिए अगर आप यहां अपने बच्चों को लेकर जाते हैं तो डेंगू जैसे जानलेवा मर्ज की चपेट में आ सकते हैं। सवाल ये भी है कि इन दोनों स्थानों पर डेंगू का लार्वा मिलने पर निगम अब क्या खुद पर जुर्माना करेगा?
ऐसे सामने आई सच्चाई
हकीकत जानने के लिए न्यूज़ टुडे रिपोर्टर कल सुबह 11.30 बजे मलेरिया विभाग के एक कर्मचारी को साथ लेकर चिडिय़ाघर पहुंचा। यहां कर्मचारी ने पहले छोटे फांउटेन में पानी की जांच की। यहां डेंगू का लार्वा नहीं था। आगे बंदर के पिंजरे के ठीक पीछे कुछ कैरेट रखे हुए थे। इनमें बारिश का पानी जमा था। जिसमें हजारों लार्वा पनप रहे थे। कर्मचारी के अनुसार जिस तरह से पानी भरा था वह अब तक हजारों डेंगू के मच्छरों को तैयार भी कर चुका था।
रीजनल पार्क में भी पल रहे डेंगू के मच्छर
इसके बाद रीजनल पार्क पहुंचे यहां डेंगू के मच्छरों के पलने और बढ़े होने के लिए अनुकूल माहौल है, क्योंकि यहां फाउंटेन लंबे समय से बंद है, इसमें बारिश का पानी जमा है और पिछले तीन महीनों से सफाई नहीं हुई। फाउंटेन में बड़ी संख्या में काई जमी हुई है। मलेरिया विभाग के कर्मचारी ने यहां भी लार्वा होने की पुष्टि की। यही स्थिति अन्य फाउंटेन की भी थी।
कई पिंजरों में यही हाल
जानवरों के कई पिंजरों, इनकी छतों और आसपास ऐसे डब्बे व कैरेट रखे हुए थे जिनमें पानी जमा होता है। वहां जाना संभव नहीं था, लेकिन मलेरिया विभाग में सालों से काम कर रहे कर्मचारी ने इन जगहों पर भी लार्वा होने की आशंका जताई।
बीमारी लेकर जा रहे पर्यटक!
जू और रीजनल पार्क आने वाले पर्यटकों में कई बाहरी होते हैं। जिस तरह दोनों स्थानों पर डेंगू का लार्वा मिला है, बाहर से आने वालों के यहां से लौटने पर बीमार होने की आशंका है।
ऐसे फैलता है डेंगू
एडीज मच्छर अगर किसी को काटता है तो दो दिनों में तेज बुखार आने लगता है, उसके प्लेटलेट्स लगातार कम होने लगते हैं। एंटीबायोटिक और पेन किलर बिना डॉक्टरों के परामर्श के नहीं लेना चाहिए। एडीज मच्छर अगर किसी को काटता है तो उसे बुखार, तेज सिरदर्द और बदन दर्द होने लगता है।
ऐसे बनता है डेंगू का मच्छर
आईडीएसपी प्रभारी डॉ. जीएल सोढ़ी के अनुसार अंडे से मच्छर बनने में 9 से 11 दिन का समय लगता है। एक एडीज मच्छर एक बार में सैकड़ों अंडे देता है। दो दिन में अंडे से लार्वा बाहर आता है। लगभग 5 दिन तक लार्वा फिर दो दिन तक यह प्यूपा रहता है तथा इसके बाद लगभग एक से डेढ़ दिन में वह मच्छर बन जाता है। एक मच्छर अपने जीवनकाल में हजारों मच्छरों को जन्म देता है।
दवाई से करवाएंगे नष्ट
8रीजनल पार्क और चिडिय़ाघर में अगर लार्वा पनप रहा है तो बेहद गंभीर है। हम आज ही वहां दवाई का छिड़काव करवाकर उसे नष्ट करेंगे।
डॉ. जीएल सोढ़ी, आईडीएसपी प्रभारी
सभी विभागों को दिए हैं निर्देश
कल कलेक्टर के सामने सभी शासकीय विभागों को निर्देशित किया है कि वे अपने अपने परिसरों में जांच करें और अगर लार्वा हो तो उसे खत्म करें।
डॉ. एसएल पोरवाल, सीएमएचओ
मैं टीम भेजता हूं
अगर ऐसा है तो मैं वहां टीम भेजता हूं। आज ही लार्वा खत्म कर दिया जाएगा।
सुरेंद कथुरिया, अपर आयुक्त