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अजमेर

पेपर लीक गिरोह के अजमेर से जुड़े तार

प्रदेश में जोधपुर के
नकल गिरोह के साथ ही रविवार को अलवर में केंद्रीय विद्यालय संगठन तथा कर्मचारी

अजमेरOct 05, 2015 / 05:21 am

मुकेश शर्मा

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अजमेर/जयपुर।प्रदेश में जोधपुर के नकल गिरोह के साथ ही रविवार को अलवर में केंद्रीय विद्यालय संगठन तथा कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा में नकल करवाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ।


प्रश्न पत्र लीक करने व हलशुदा प्रश्न-पत्र बेचने वाले गिरोह के 13 लोगों को पुलिस ने रेवाड़ी से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में अजमेर का पेपर विशेष्ाज्ञ अवधेश भी शामिल है। अवधेश व हरियाणा का सुमित प्रश्न पत्रों को हल करके गिरोह को देते थे। पुलिस का एक कांस्टेबल और एक कोचिंग सेंटर का शिक्षक भी पकड़ा गया है।

अंतरराज्यीय गिरोह का संचालन हरियाणा से किया जा रहा था।

हरियाणा के रेवाड़ी के जिला पुलिस अधीक्षक बलवानसिंह राणा ने बताया कि कुछ युवकों के केन्द्रीय विद्यालय संगठन में पीआरटी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने वाले को दबोच लिया, जबकि 6 लोग भाग गए। आरोपितों की पहचान अजमेर निवासी अवधेश, हरियाणा के कोसली निवासी आशीष व सुमित, भूरथला निवासी विक्रांत, चान्दनवास निवासी संदीप, मालड़ा निवासी नरेन्द्र सिंह, सेक्टर-4 धारूहेड़ा निवासी नीरज, खटोटी कला निवासी राजकुमार व सुरेन्द्र के रूप में हुई है।

यह किया बरामद


चार कार, एक बाइक, 4 लाख रूपए, दो लेपटॉप, 10 सिम कार्ड, कुछ रजिस्टर, 40 अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्रों की छाया प्रतियां, 29 मोबाइल फोन व कागजात।

इधर आंसर की पकड़ी


हरियाणा पुलिस का दावा है कि ऎनवक्त जांच दल ने आंसर-की से नकल करता एक परीक्षार्थी पकड़ा है। मामले की रिपोर्ट भी एसएससी को भेजी गई है।


दिल्ली पुलिस के एक अन्य कांस्टेबल ने व्हाट्सएप पर भेजे पेपर
पुलिस आरोपितों से बरामद 29 मोबाइलों से व्हाट्सएप पर स्पर्क में रहे सभी न्बरों तथा बरामद प्रवेश पत्र वाले अभ्यर्थियों की पड़ताल कर रही है।


टीचर की रेट 4 लाख, कांस्टेबल 6 लाख

पुलिस के अनुसार पीआरटी (टीचर) परीक्षा का प्रश्नपत्र 4 लाख व एसएससी कांस्टेबल जीडी का पेपर 6 लाख रूपए में देने का सौदा हुआ।

दो लाख हैं तो बोलो
परीक्षा केन्द्र के बाहर ही मोबाइल पर बात कर रहे एक अन्य युवक ने पत्रिका संवाददाता को मोबाइल का स्पीकर ऑन करके सुनाया कि दो लाख रूपए में पेपर बिक रहा है। इतनी रकम है तो अभी वाट्सअप पर मंगा सकते हैं।

लेकिन पेपर मंगाने के बाद दो लाख रूपए देने होंगे। गिरोह के सरगना विजय (निवासी भूरथला) ने हरियाणा के कोसली विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव भी लड़ा था।


छोटी सी पर्ची पर 100 प्रश्नों के उत्तर


एमआईए स्थित सिद्धी विनायक कॉलेज में अभ्यर्थी राकेश कुमार गुर्जर से परीक्षा के दौरान एक छोटी सी पर्ची पकड़ी गई। पर्ची में 20 पंक्तियां लिखी थी। हर पंक्ति में पांच अंक थे। दरअसल हर एक पंक्ति में पांच सवालों के उत्तर क्रमांक लिखे गए थे। इस तरह कुल 20 पंक्तियों में 100 प्रश्नों के उत्तर क्रमांक लिखे गए थे।


आरोपितों के ऎसे जुड़े हैं तार



अवधेश व सुमित प्रश्न पत्रों को हल करके गिरोह को देते थे। सुमित रेवाड़ी के एक कोचिंग सेंटर में पढ़ाता है। एक अन्य आरोपित जो कि दिल्ली से रेवाड़ी आया और एक होटल में ठहरा था। आरोपित सुजान सिंह दिल्ली पुलिस का जवान है तथा सुरेन्द्र दिल्ली में अध्यापक है।

पेपर लीक के बारे में केन्द्रीय विद्यालय संगठन को रिपोर्ट दे दी है। पीआरटी के सभी चार सेटों की परीक्षा रद्द हो सकती है। आरोपितों से बरामद पेपर वही थे, जो आज परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचे थे। एसआईटी पूरे मामले की जांच करेगी। हल प्रश्नपत्र लेने वाले अभ्यर्थियों को भी गिरफ्तार करेंगेे।बलवान सिंह राणा, पुलिस अधीक्षक, रेवाड़ी


पेपर लीक प्रकरण में अजमेर में कोई मामला सामने नहीं आया है।
विकास कुमार, पुलिस अधीक्षक अजमेर

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