सीआरपीएफ 74 बटालियन ने मनाया 33वां स्थापना दिवस
सीआरपीएफ के 74 बटालियन के जवानों ने दोरनापाल स्थित कैंप में 33वां स्थापना दिवस मनाया। इस दौरान विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
दोरनापाल. सीआरपीएफ की 74 बटालियन ने अपना 33वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। स्थापना दिवस पर दिनभर विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन मुख्यालय के अंदर आयोजित किया गया और पूरे प्रतियोगिता के विजेताओं के लिए इनाम भी बटालियन ने रखा था।
पेश किए गए रंगारंग कार्यक्रम
शाम को मुख्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। इसके बाद सभी जवानों के लिए खाने का कार्यक्रम किया गया।
मौजूद थे
इसमें मुख्य अथिति के रूप में 150 बटालियन के कमाण्डेंट ईपाव थे जबकि कार्यक्रम में 74 बटालियन के अधिकारी कमाण्डेंट फिरोज कुजूर, डिप्टी कमाण्डेंट आरसी मिश्रा, अशोक अहलावत, डॉक्टर चंद्रशेखर गौड़, 150 वहिनी के द्वितीय कमान अधिकारी किशोर कुमार, डॉक्टर जयसूर्या, डिप्टी कमाण्डेंट विनीत कुमार, गुलशन टिर्की, दोरनापाल एसडीओपी प्रफुल किस्पोटा व जवान मौजूद थे।
भारत के विभिन्न भाषाओं की दिखी झलक
सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारत के कोने-कोने से सीआरपीएफ में अपनी सेवाएं दे रहे जवानों ने अपने क्षेत्र के प्रसिद्ध कार्यक्रम की प्रस्तुतियां दिखाई।
कलाकारों का उत्साहवर्धन
इसमें हरियाणा, दक्षिण भारत, पंजाब, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर के एक से एक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में आए मेहमान व साथी जवानो ने खूब तालियां से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम के अंत में सभी कलाकारों को पुरस्कार दिया गया। इसमें दक्षिण भारत के लोकप्रिय डांसर प्रभुदेवा के तर्ज पर प्रस्तुत की गई। मुकाबला-मुकाबला को प्रथम स्थान के लिए पुरस्कृत किया। बाकी को भी दूसरा व तीसरे स्थान के लिए कमाण्डेंट फिरोज कुजूर के हाथों दिया गया।
मुश्किल हालात में भी जवान निभाते हैं जिम्मेदारी
हम जहां अभी सुरक्षा में तैनात हैं वह क्षेत्र काफी अतिसंवेदनसील क्षेत्र है। यहां सभी जवान मुश्किल से मुश्किल ड्यूटी भी अच्छे से निभाते है और सभी प्रकार के समस्याओं से लड़कर भी इतने कम समय होने के बावजूद इतना अच्छा कार्यक्रम प्रस्तुत करना काबिले तारीफ है। फिरोज कुजूर ने स्थापना दिवस पर उन जवानों के बहादुरी की भी मिशाल दी जो कुछ दिन पहले आईईडी ब्लास्ट में घायल हुए थे और उनके जल्दी ठीक होने की प्रार्थना की।