क्रिकेट निगल रहा देश की श्रेष्ठ खेल प्रतिभाएं : हेनमेन
Published: Apr 09, 2015 11:45:00 pm
हेनमेन ने
कहा कि भारत में युवाओं के बीच टेनिस को भी उतना ही लोकप्रिय बनाया जा सकता है
नई दिल्ली। ब्रिटेन के पूर्व शीर्ष टेनिस खिलाड़ी टिम हेनमेन ने गुरूवार को कहा कि भारत में श्रेष्ठ खेल प्रतिभाओं के युवावस्था में ही क्रिकेट अपना लेने के कारण टेनिस में उत्कृष्ट प्रतिभाएं नहीं पनप पा रहीं। हेनमेन ने कहा कि क्रिकेट भारत का सबसे बड़ा खेल है, क्योंकि हर किसी को यह खेल बेहद पसंद है और उनकी इसमें रूचि है। भारत में युवाओं के बीच टेनिस को भी उतना ही लोकप्रिय बनाया जा सकता है, बशर्ते उन्हें शुरूआत में ही इससे परिचित करवाया जाए।
भारत में जूनियर स्तर पर टेनिस के विकास के लिए शुरू किए गए कार्यक्रम “एचएसबीसी रोड टू विंबलडन” से कोच के तौर पर जुड़े हेनमेन ने कहा, यहां अन्य खेलों की उत्कृष्ट प्रतिभाएं क्रिकेट खेल रही हैं और टेनिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि उसे और अधिक संख्या में प्रतिभावान खिलाडियों द्वारा अपनाए जाने की जरूरत है। आपके यहां इतनी बड़ी आबादी है और उनके बीच क्रिकेट बेहद लोकप्रिय है।
हेनमेन ने कहा कि भारत में बच्चों को शुरूआत से ही टेनिस अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है। प्रतिभाओं से भरे हुए इस देश में हमें अधिक से अधिक बच्चों को कम उम्र से ही टेनिस खेलने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। एंडी मरे फुटबाल और गोल्फ भी अच्छा खेल लेते हैं। युवावस्था में एथलेटिक होना अच्छी बात है।
भारत से टेनिस में युगल स्पर्धा की तो कई उत्कृष्ट प्रतिभाएं हुईं, लेकिन एकल स्पर्धा में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई मजबूत खिलाड़ी नहीं हो सका। एकल स्पर्धा में भारत की कमजोरी पर हेनमेन ने कहा, वे एकल स्पर्धाओं में उतने बेहतर साबित नहीं हो पा रहे। लिएंडर पेस बेहतरीन खिलाड़ी थे और उन्होंने युगल स्पर्धा में खेलने का चुनाव किया। युगल स्पर्धा में अच्छा करने वाले अन्य खिलाड़ी भी एकल स्पर्धा में पर्याप्त प्रतिभावान नहीं हैं।