69 मिनट में अपने नाम किया मुकाबला
बेहतरीन फार्म में चल रही सानिया-हिंगिस ने पूरे टूर्नामेंट में एक भी सेट नहीं गंवाया। उन्होंने मैच में 102 में 61 अंक जीते। विश्व की नंबर एक महिला युगल खिलाड़ी सानिया की सर्वश्रेष्ठ जोड़ीदार कही जा रही पूर्व नंबर एक एकल खिलाड़ी हिंगिस ने इस वर्ष एक साथ विंबलडन और यूएस ओपन ग्रैंड स्लेम जीते हैं। सानिया को अप्रैल में फ्रेंच ओपन के दौरान ही महिला युगल में नंबर एक रैंकिग हासिल हुई थी और वह इस उपलब्धि को हासिल करने वाली पहली खिलाड़ी बनीं। सानिया और हिंगिस ने मैच में तीन बार सर्विस गंवाई और दूसरे सेट में 0-2 से पिछड़ने के बावजूद मजबूती से वापसी करते हुए रोमानियाई जोड़ी को लगातार सेटों में मात दी। भारतीय-स्विस जोड़ी ने 69 मिनट में मैच निपटाते हुए एक साथ सत्र का सातवां युगल खिताब अपने नाम कर लिया।
जोड़ी बनाने के बाद जीते थे तीन खिताब
भारतीय-स्विस जोड़ी के एक साथ सात डब्ल्यूटीए खिताब हैं। दोनों ने इस वर्ष जोड़ी बनाने के बाद से इंडियन वेल्स, मियामी ओपन, चाल्र्सटन, विंबलडन, यूएस ओपन ,ग्वांगझू ओपन और अब वुहान में खिताब अपने नाम कर लिये हैं। दिलचस्प बात है कि साल के शुरू में जोड़ी बनाने पर जहां सानिया-हिंगिस ने शुरूआती तीनों वेल्स, मियामी और चाल्र्सटन में खिताब जीते थे तो वर्ष के आखिरी में उन्होंने यूएस ओपन, ग्वांगझू और वुहान में भी लगातार खिताब जीत लिए हैं।
इंडो-स्विस जोड़ी ने जीते लगातार 13 मैच
इसके अलावा भारतीय-स्विस जोड़ी ने लगातार 13 मैच जीतने की उपलब्धि भी दर्ज कर ली है। खास बात यह है कि इन 13 मैचों में इस शीर्ष वरीय जोड़ी ने एक भी सेट नहीं गंवाया है। पूर्व नंबर एक एकल खिलाड़ी हिंगिस के अब ओवरऑल 48 डब्ल्यूटीए खिताब हो गये हैं जबकि मिर्जा के कुल 30 डब्ल्यूटीए खिताब हो गए हैं जिनमें से अकेले आठ उन्होंने इसी सत्र में जीते हैं। सानिया-हिंगिस की जोड़ी अब चाइना ओपन टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी जहां उन्हें शीर्ष वरीयता दी गई है।