सानिया ने फंक्शन में आने के लिए चार्टर्ड प्लेन, मेकअप आर्टिस्ट के लिए 75 हजार रुपये और अपने जिम ट्रेनर व कोच सहित अन्य पांच स्टाफ की फीस भी मांगी
भोपाल। देश की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा के नखरे इतने होंगेे, इसका अंदाजा मध्य प्रदेश सरकार को भी नहीं था। शायद यही वजह रही कि पहले सरकार ने सानिया को बतौर अतिथि विक्रम अवार्ड कार्यक्रम में बुला लिया, लेकिन बाद में नखरों से परेशान होकर खुद ही मना भी कर दिया। सानिया ने फंक्शन में आने के लिए चार्टर्ड प्लेन, मेकअप आर्टिस्ट के लिए 75 हजार रुपये और अपने जिम ट्रेनर व कोच सहित अन्य पांच स्टाफ की फीस भी मांगी। साथ ही खुद के लिए पांच लाख रुपये भी मांगे।
दरअसल, प्रदेश के सबसे बड़े खेल अलंकरण समारोह के लिए हर साल की तरह इस बार भी एक खेल हस्ती को बुलाया जाना था। खेल विभाग ने इसके लिए सानिया मिर्जा को चुना। मकसद साफ था कि सानिया नई युवा खिलाडिय़ों के लिए प्रेरणादायी होंगी। लेकिन यहां उल्टा ही हो गया। सानिया ने किसी फिल्म स्टार की तरह खूब नखरे भी किए। पहले उन्होंने कार्यक्रम में आने के लिए 28 नवंबर की तारीख तय कर दी। बाद में उन्होंने समारोह में आने के एवज में मेकअप आर्टिस्ट के लिए 75 हजार रुपए की फीस और एक चार्टर्ड प्लेन भेजने की मांग की। सानिया की मांग यहीं नहीं रुकी, उन्होंने इसके अलावा जिम ट्रेनर व कोच सहित पांच अन्य स्टाफ की भी व्यवस्था करने को भी कहा।
सानिया के बढ़ते नखरों को देखकर आखिर में खेल विभाग ने हाथ खड़े कर लिए। मामला खेल मंत्री के पास तक पहुंचा, उन्होंने तत्काल बैडमिंटन स्टार रहे और मध्यप्रदेश बैडमिंटन अकादमी के प्रमुख सलाहकार पुलेला गोपीचंद से बात की और उन्हें सानिया की जगह कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया। हालांकि इसके लिए कार्यक्रम की तारीख बदलकर एक दिसंबर करनी पड़ी।