सोमवार से साल का तीसरा ग्रैंडस्लैम विंबलडन शुरू हो रहा है, दुनियाभर के दिग्गज टेनिस खिलाड़ी यहां जुट चुके हैं
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सोमवार से साल का तीसरा ग्रैंडस्लैम विंबलडन शुरू हो रहा है। दुनियाभर के दिग्गज
टेनिस खिलाड़ी यहां जुट चुके हैं। आइए जानते हैं विंबलडन से जुड़ी कुछ खास बातें और
दावेदार…
स्ट्राबैरी और क्रीम
हर साल विंबलडन में 28000 किग्रा स्ट्राबैरी और 7000 लीटर
क्रीम का सेवन किया जाता है। यह अंग्रेजों को खास पसंद है।
10 साल में केवल छह खिलाडियों में फाइनल
पिछले 10 सालों में पुरूष एकल का फाइनल केवल छह खिलाडियों के बीच ही हुआ है। ये खिलाड़ी हैं रोजर फेडरर, राफेल नडाल, नोवाक जोकोविच, एंडी मरे, टॉमस बर्डिच और एंडी रोडिक। इनमें से टॉमस बर्डिच इकलौते खिलाड़ी हैं जो केवल एक बार फाइनल खेले हैं।
सबसे तेज सर्विस
विंबलडन 2010 में अमेरिका के टेलर डेंट ने नोवाक जोकोविच के खिलाफ मैच में 148 मील यानी 240 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से सर्विस की।
बॉल ब्वायज और गर्ल्स
हर साल 250 बॉल ब्वॉयज और गर्ल्स चुनी जाती हैं टूर्नामेंट के लिए। इनकी औसत उम्र 15 साल और दो हफ्तों के टूर्नामेंट में कमाई 150 पाउंड होती है। टूर्नामेंट के दौरान 6000 लोगों का स्टाफ काम करेगा इसमें 1800 का कैटरिंग स्टाफ भी शामिल है।
फेडरर नौ बार पहुंचे, सात बार विजेता
स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर सबसे ज्यादा नौ बार इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचे हैं और इनमें से सात बार विजेता बने हैं। फेडरर सर्वाधिक बार विम्बलडन जीतने के मामले में पीट सैम्प्रास और विलियम रेनशॉ के बराबर हैं।
ऑल व्हाइट ड्रेस कोड
विंबलडन में “ऑल व्हाइट ड्रेस कोड” चलता है। इस नियम से चिढ़कर आठ बार के ग्रैंडस्लैम चैंपियन आंद्रे आगासी ने 1988 से 1990 तक विंबलडन का बहिष्कार कर दिया था। “व्हाइट ड्रेस कोड” का लागू करने का कारण भी जोरदार है। इसकी शुरूआत सन 1800 के लगभग हुई। उस समय टेनिस सामाजिक मौकों पर खेला जाता था और पसीने के कारण निशान बन जाते थे। इसके चलते यह नियम लागू किया गया।