टीकमगढ़. इस वर्ष जिले मे जहां आषाढ़ सूखा निकल गया वहीं सावन का आधे से अधिक माह गुजर चुका है। लेकिन जिले की औसत बारिश का आंकड़ा महज 25 फीसदी ही पूरा हो सका है। ऐसे में इस वर्ष की भी अच्छी बारिश को लेकर लोगों के मन में संशय पैदा होने लगा है। यदि यही हाल रहा तो जिले को एक बार फिर से सूखे में दिन गुजारने होंगे।
मौसम विभाग की भविष्यवाणियों के बाद भी जिले में अब तक मौसम के अनुरूप बरसात नही हो सकी है। आधा सावन का माह बीत जाने के बाद जिले में महज 291 मिमी बारिश दर्ज की गई है। जबकि पिछले वर्ष इस समय तक जिले मेें 450 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी थी। आधे से अधिक जुलाई का माह बीत जाने के बाद भी पर्याप्त बारिश न होने के कारण लोगों को अब तक तेज उमस का सामना करना पड़ रहा है।
बारिश का आधे से अधिक मौसम निकल जाने के बाद महज 25 फीसदी बारिश होने के कारण किसानों के मन में अब आगे की बारिश को लेकर सूखे की आशंका सताने लगी है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति जतारा, पृथ्वीपुर और बल्देवगढ़ की है।
जुलाई माह अब समापन की ओर है, इसके बाद भी जतारा में मात्र 169 मिमी, पृथ्वीपुर में 220 मिमी और बल्देवगढ़ में महज 225 मिमी ही बारिश दर्ज की गई है। वहीं ओरछा में भी यह आंकड़ा 276 पर पहुंचा है।
अब तक हुई बारिश में सबसे अच्छी स्थिति पलेरा, टीकमगढ़ और निवाड़ी तहसीलों की दिखाई दे रही है। यहां पर क्रमश: 439, 408 और 301 मिमी बारिश दर्ज की गई है। विदित हो कि जिले की कुल औसत बारिश 1000.2 मिमी है। जिले में अब तक कुल 291 मिमी बारिश दर्ज की है।