इनकी सेवाएं समाप्त- कमला अहिरवार, मंजूलता पस्तौर, रागनी खरे, रजनी अहिरवार , गीता सोनी, वंदना घोष, नीलम खंगार
टीकमगढ़/जतारा. कार्य में लगातार लापरवाही एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर न जाने के कारण जतारा अनुभाग की 7 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवाएं समाप्त कर दी गई है। निरीक्षण में लगातार अनुपस्थित मिलने एवं नोटिस जारी होने के बाद भी कोई जबाव न देने पर यह कार्रवाई की गई है।
महिला बाल विकास विभाग के सहायक संचालक आशीष जैन ने बताया कि जतारा परियोजना के ग्राम चंदपुरा के आंगनबाड़ी केन्द्र का एसडीएम आदित्य सिंह ने निरीक्षण किया था। यहां पर दर्ज 125 बच्चों में से जहां मात्र 12 उपस्थित थे वहीं वितरण के लिए भेजी गई दवाएं एवं अन्य सामान भी पूरी तरह से पैक रखे हुए थे। इसके साथ ही यहां पर रिकार्ड भी नहीं मिला था। यहां की कार्यकर्ता कमला अहिरवार के अनुपस्थित रहने की शिकायतें मिलने पर इनकी सेवाएं समाप्त कर दी है।
वैदपुर गांव की आंगनबाडी कार्यकर्ता मंजूलता पस्तौर टीकमगढ़ में रहती हैं। निरीक्षण के दौरान जानकारी मिली की वे कभी आती ही नही है। पिछले 2 साल से लगातार इनकी शिकायतें मिल रही थी। ऐसे ही जरूआ के कुशगर खिरक की कार्यकर्ता रागनी खरे टीकमगढ़ में रहती हैं और केंद्र पर नहीं जाती थी।
इनकी भी सेवाएं समाप्त कर दी गई है। वहीं लिधौरा के वार्ड 7 की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नियमित छात्र के रूप में बीएड कर रही है और केन्द्र पर नहीं आती है। 17 जुलाई को जतारा सीडीपीओ के निरीक्षण में यह अनुपस्थित मिली और रिकार्ड भी नहीं था। इस पर इनकी भी सेवाएं समाप्त कर दी गई है।
यही हाल जरूआ के आंगनबाड़ी केन्द्र क्रमांक 2 ब का था। यहां पर पदस्थ कार्यकर्ता रजनी अहिरवार पिछले 3 माह से बिना किसी सूचना के गायब थी। बछौड़ा के पुरैनिया खिरक की कार्यकर्ता गीता सोनी बछौड़ा में ही निवास करती है और कभी भी केन्द्र पर नही जाती है। इससे केन्द्र की सारी व्यवस्थाएं चौपट थी। यहां पर आने वाले बच्चों को कोई लाभ नही मिल रहा था। इस पर इनकी भी सेवाएं समाप्त कर दी गई है।
ग्रामीण क्षेत्रों से आंगनवाड़ी केन्द्र न खुलने की लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही है। इन शिकायतों के बाद सभी पर्यवेक्षकों एवं परियोजना अधिकारियों को नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण में जहां भी लापरवाही देखने को मिलेंगी कार्रवाई की जाएगी।
आशीष जैन, सहायक संचालक
महिला बाल विकास विभाग