scriptराजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता शीला कौल का आज है हैप्पी बर्थडे | Happy Birthday to Sheila Kaul | Patrika News

राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता शीला कौल का आज है हैप्पी बर्थडे

Published: Feb 07, 2016 12:34:00 am

वह देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के साले की पत्नी थी और प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मामी थी

Sheila Kaul

Sheila Kaul

नई दिल्ली। राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता और समाज सुधारक शीला कौल का जन्म 7 फरवरी 1915 को हुआ था। वह इंडियन नेशनल कांग्रेस की वरिष्ठ नेता थी। स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व कैबिनेट मंत्री, हिमाचल प्रदेश की पूर्व राज्यपाल रह
चुकी शीला का 13 जून 2015 को देहांत हो गया था। वह देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के साले की पत्नी थी और प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की मामी थी।

शीला ने लाहौर कॉलेज फॉर वुमन से कला में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद लाहौर के ही सर गंगा राम ट्रेनिंग कॉलेज से पढ़ाने में डिग्री हासिल की थी। उनकी शादी जाने माने वनस्पतिशास्त्री कैलाशानाथ कौल से हुई थी जिन्होंने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नेशनल बोटानिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना की थी।

राजनैतिक करियर
शीला कॉल 1959 से लेकर 1965 तक लखनऊ नगर निगम में पार्षद रहीं। 1968 से लेकर 1971 तक वह उत्तर प्रदेश विधानपरिषद की सदस्य रहीं। वह पांच बार संसद के लिए चुनी गई थीं। 1971, 1980 और 1984 में लखनऊ से सांसद रहीं, जबकि 1989 और 1991 में रायबरेली से चुनकर संसद पहुंची। भारत सरकार में वह 1980 से लेकर 1984 तक मंत्री रही और इसके बाद 1991 से 1995 तक मंत्री रहीं। 1995 से 1996 तक वह हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल रहीं। 1988 में वह कांग्रेस महासचिव नियुक्त की गईं।

1996 में दुकानों को नाम मात्र के किराए पर देने पर पूर्व शहरी विकास मंत्री, उनके दो निजी सहयोगियों और 40 अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई थी। हालांकि, सीबीआई को पूर्व केंद्रीय मंत्री के खिलाफ आय से अधिक मामले में कोई भी अवैध तरीके से हासिल की गई संपत्ति नहीं मिली, जिससे यह पता कि उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई मामला नहीं बनता। लेकिन, अपनी बेगुनाही साबित करने का मौका दिए बगैर सुप्रीम कोर्ट ने 1996 में शीला कौल पर अपनी विवेकाधीन शक्तियों के तहत 52 दुकानों को अपने जान-पहचान वालों को किराए पर दिए जाने के आरोप में 60 लाख रुपए का जुर्माना लगा दिया।

हालांकि, 2002 में कौल द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दायर रिव्यू पेटिशन की सुनवाई करते हुए कोर्ट की तीन सदस्यीय बेंच ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पर लगाए गए जुर्माने को खारिज कर दिया। 2013 में कौल ने सीबीआई कोर्ट के उस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी जिसमें कहा गया था कि वह एंबुलेंस में आकर उनके खिलाफ बिनपारी आवंटन के लगे आरोपों पर अपना जवाब पेश करें। शीला कौल ने 100 साल की उम्र में 13 जून, 2015 को गाजियाबाद में अंतिम सांस ली।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो