रहमान के गुरू थे मेलोडी किंग विश्वनाथन
Published: Jul 28, 2015 12:28:00 pm
तमिलनाडु के कई
मुख्यमंत्रियों के लिए गाने कंपोज कर चुके एमएसवी को इल्लैयाराजा और ए. आर. रहमान
जैसे संगीतकार अपना गुरू मानते हैं
चेन्नई। क्लासिकल, मेलोडी और डिस्को, संगीत की इन अलग-अलग विधाओं में माहिर संगीतकार विश्वनाथन ने तमिल फिल्म कन्नागी से बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट कॅरियर शुरू किया था। प्रशंसक उन्हें एमएसवी और मलिसाई मेनर (किंग ऑफ मेलोडी) नाम से पुकारते थे।
तमिलनाडु के कई मुख्यमंत्रियों के लिए गाने कंपोज कर चुके एमएसवी को इल्लैयाराजा और ए. आर. रहमान जैसे संगीतकार अपना गुरू मानते हैं। केरल के इलापुल्ली में जन्मे विश्वनाथन जब चार वर्ष के थे तभी पिता का देहांत हो गया।
गरीबी से तंग आकर उनकी मां ने बेटे संग खुदकुशी की कोशिश भी की थी। छोटी उम्र में ही वे सिनेमाघर में स्नैक्स बेचने लगे, जहां उनका लगाव फिल्म व संगीत से हुआ। उन्होंने हारमोनियम सीखना शुरू किया और 13 साल में पहली बार स्टेज परफॉर्मेस दी।