विवि के जूलॉजी विभाग में दरवाजे के वेंटिलेशन से घुसे बदमाश ने कक्षों में उथल-पुथल करते हुए शोकेस में रिसर्च के लिए रखे मानव कंकाल की खोपड़ी चुरा ली।
उज्जैन। हॉस्टल में सेक्स स्कैण्डल का खुलासा होने के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सुर्खियों में आए विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में शुक्रवार रात एक और वारदात हो गई। विवि के जूलॉजी विभाग में दरवाजे के वेंटिलेशन से घुसे बदमाश ने कक्षों में उथल-पुथल करते हुए शोकेस में रिसर्च के लिए रखे मानव कंकाल की खोपड़ी चुरा ली। बदमाश ने सभी कक्षों में रखी फाइल, कागजों सहित कई चीजों को इधर-उधर फेंक दिया। बदमाश ने कक्षों में तोड़-फोड़ भी की, लेकिन किसी भी कीमती सामान को नुकसान नहीं पहुंचाया। उसके निशाने पर बंद घड़ी व पुराना सामान था।
इधर, सुबह जब घटना की जानकारी लगी तो विवि में अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में विभागाध्यक्ष एमएस परिहार मौके पर पहुंचे। उन्होंने माधवनगर पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस ने भी काफी छानबीन की, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। जांच में प्रथम दृष्टया यह प्रतीत हो रहा है कि वारदात को किसी सिरफिरे ने अंजाम दिया है। बता दें, एक दिन पहले भी विभाग से गैस सिलेंडर व अन्य सामान चोरी हो गए थे। वहीं कई अन्य अध्ययनशालाओं में भी छिटपुट सामान चोरी की शिकायत मिल रही हैं।
बिना ताला तोड़े घुसे
विभागाध्यक्ष परमार ने बताया कि बदमाश छत के रास्ते नीचे आया। यहां भी वह दरवाजे के ऊपर वेंटिलेशन में थोड़ी जगह से अंदर आ गया। इसी तरह कक्षों के दरवाजों के वेंटिलेशन से अंदर घुसा और कक्षों में तोडफ़ोड़ की।
कीमती सामान सलामत
बदमाश ने विभाग के किसी भी कीमती सामान को नुकसान नहीं पहुंचाया। वह सभी कक्ष में गया, लेकिन म्यूजियम में नहीं गया। साथ ही उसने लैब की मशीनों के लाखों रुपए के उपकरणों में भी तोडफ़ोड़ नहीं की। एक मशीन के लैंस को निकाला भी तो पास में रखकर छोड़ गया।