32 घंटों की बारिश के बाद शहर के
शासकीय स्कूलों के परिसर में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई है। विडंबना
यह है स्कूल प्रबंधन पानी की निकासी के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है। कुछ
एेसा ही नजारा है शहर के शासकीय बालक उमावि व शासकीय कन्या उमावि का। यहां
स्कूल के भवन में बारिश का पानी 2 फीट तक भर गया है। बच्चों को इस पानी
में से होकर कक्षाओं में आना व जाना पड़ रहा है।
नागदा. 32 घंटों की बारिश के बाद शहर के शासकीय स्कूलों के परिसर में जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई है। विडंबना यह है स्कूल प्रबंधन पानी की निकासी के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है। कुछ एेसा ही नजारा है शहर के शासकीय बालक उमावि व शासकीय कन्या उमावि का। यहां स्कूल के भवन में बारिश का पानी 2 फीट तक भर गया है। बच्चों को इस पानी में से होकर कक्षाओं में आना व जाना पड़ रहा है। दूसरी ओर कन्या उमावि परिसर में स्थित शासकीय कन्या महाविद्यालय के हाल भी एेसे ही बेहाल है। महाविद्यायलय की छत टपकने के कारण छात्राओं स्कूल में बैठने की जगह भी बमुश्किल मिलती है। शनिवार को पत्रिका टीम ने शहर के शासकीय स्कूलों का दौरा किया। परिणाम पालकों की शिकायत के अनुरूप निकले।
समय : 11.50 बजे
2 फीट पानी से गुजरते बच्चे : बस स्टैंड स्थित शासकीय बालक उमा विद्यालय में बारिश के थमने के बाद करीब 2 फीट तक पानी जमा हो गया था। स्कूल के विद्यार्थियों को जमा पानी से होकर गुजरना पड़ता है। इससे बच्चों के जूते व मोजे पूरी तरह गीले हो जाते हैं।
समय : 12 बजे
भीगी डे्रस में बैठने को मजबूर छात्राएं : सिविल अस्पताल चौराहा स्थित शासकीय कन्या उमावि परिसर में जमा पानी के कारण स्कूली छात्राओं की ड्रेस भीग जाती है। ड्रेस भीगने का कारण परिसर में जमा पानी है। कई बालिकाएं पानी में निकलते समय गिर जाती हैं। एेसे में इनकी ड्रेस भीगन आम बात है।
समय : 12.15 बजे
बारिश के दिनों में शा. कन्या महाविद्यालय की छात्राओं को ज्यादा परेशानी होती है। कारण भवन विहीन कॉलेज की छात्राओं की कक्षाएं कन्या उमावि में संचालित होती है। बारिश के दिनों में यहां छतों से पानी टपकता है। इसकी वजह से छात्राओं को बैठने की भी जगह कक्षा में नहीं मिलती है।
निर्देश जारी करूंगा
स्कूल में जलभराव की सूचना आपसे मिली है। मैं स्कूल प्राचार्यों को सूचित कर पानी की निकासी के लिए निर्देशित करुंगा। साथ ही बच्चों के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी जुटाई जाएगी।
संजय गोयल, जिला शिक्षा अधिकारी, उज्जैन
&बारिश के कारण विद्यालय परिसर में जलभराव हो गया है। जल निकासी वाले नालियों की उचित सफाई करवाई जाएगी। साथ ही पंपों की सहायता से जल्द ही पानी विद्यालय परिसर से निकलवा दिया जाएगा।
राधेश्याम तिवारी, प्राचार्य, शासकीय बालक उमावि