मंदिरों में किए दर्शन
पेशवाई के अगले दिन मंगलवार को परमहंस नित्यानंद महाराज ने शहर के प्रमुख मंदिरों में पहुंच पूजन-अर्चन किया। उनके साथ उज्जैन सिंहस्थ प्रभारी व व्यवस्थापक महंत पूजानंद महाराज भी थे। नित्यानंद महाराज सबसे पहले कालभैरव मंदिर पहुंचे। इसके बाद गढ़कालिका, हरसिद्धि और फिर महाकाल मंदिर में देश दर्शन कर पूजन-अर्चन किया। इस दौरान भक्तों ने जहां भी उन्हें देखा, आशीर्वाद लेने व मिलने के लिए ललायित रहे। किसी ने पैर छुए तो किसी ने हाथ चूमने का प्रयास किया।
नित्यानंद के पंडाल में अनोखी व्यवस्था, कोड वाली माला से होती एंट्री
परमहंस नित्यानंद महाराज के पंडाल में आम आदमी घुस भी नहीं सकता है। इनके पंडाल में अगर जाना हो तो गले में कोड वाली माला संग आईडी कार्ड और ड्रेस कोड जरूरी है। यह पूरी कवायद इसलिए हो रही है, ताकि भीतर की गतिविधि आमजन के बीच ना आ पाए। इसके लिए मुख्य द्वार से लेकर अंदर तक के सभी प्रवेश द्वार पर गार्ड तैनात किए गए हैं जो गले की माला और आईडी कार्ड को देखने के बाद ही भक्तों को अंदर-बाहर जाने की अनुमति दे रहे हैं।
108 मूर्तियों का अस्थायी मंदिर-पेशवाई में भगवान की जिन मूर्तियों को देख हर कोई रोमांचित हो उठा था,उन मूर्तियों को श्रद्धालु अब पंडाल के मंदिर में देख सकेंगे। स्वामी नित्यानंद के पंडाल क्षेत्र में पूरे सिंहस्थ तक एक अस्थायी मंदिर बनाया गया है। इसमें 108 देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी।
50 देशों से आए श्रद्धालु
स्वामी नित्यानंद के आश्रम में श्रीलंका, थाइलैंड, इंडोनेशिया समेत 50 देशों से 3 हजार श्रद्धालु पंडाल में पहुंच चुके हैं। पहले शाही स्नान तक यहां अन्य 2 हजार अन्य विदेशी श्रद्धालु यहां पहुंचेंगे। पंडाल में 24 घंटे अन्नदान व्यवस्था की जा रही है।