नगर निगम के वार्ड-42 अन्तर्गत स्थित लक्ष्मी नगर कॉलोनी में बन रही सड़क स्थानीय रहवासियों के लिए जी का जंजाल बन गई है। सड़क निर्माण में ठेकेदार मनमानी कर मानकों को दरकिनार कर रहा है।
Trouble with the arbitrariness of the contractor
ऋषि कुमार जायसवाल उज्जैन. नगर निगम के वार्ड-42 अन्तर्गत स्थित लक्ष्मी नगर कॉलोनी में बन रही सड़क स्थानीय रहवासियों के लिए जी का जंजाल बन गई है। सड़क निर्माण में ठेकेदार मनमानी कर मानकों को दरकिनार कर रहा है। निर्माण की गुणवत्ता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रेती के स्थान पर चूरी का इस्तेमाल कर रहे हैं। इतना ही नहीं निर्माण के दौरान हरे पेड़ों के पास कांक्रीट नहीं करने के एनजीटी के आदेश को भी हवा में उड़ाया जा रहा है। हालांकि रहवासियों ने अमानक निर्माण का विरोध भी जताया है।
लक्ष्मी नगर कॉलोनी में जर्जर हो चुकी सड़क का निर्माण कार्य पिछले 15 दिनों से चल रहा है। सड़क निर्माण के चलते इस अवधि से क्षेत्र का यातायात पूरी तरह से ठप है। सड़क के निर्माण के दौरान नगर निगम के ठेकेदार जनता की गाढ़ी कमाई को पानी में बहा रही है। सड़क निर्माण में मानकों की अनदेखी की जा रही है। निर्माण सामग्री में घपला किया जा रहा है। यही नहीं सड़क के दोनों ओर नालियों का भी निर्माण नहीं किया गया है। इस कारण बरसात में यहां जलभराव निश्चित रूप से होगा। वहीं हरे पेड़ों के चारो तरफ कॉन्क्रीट भर दी गई है। इससे पेड़ों का विकास भी प्रभावित होगा। 15 दिनों से यहां निर्माण कार्य जारी है। निर्माण की गति और मानकों की अनदेखी के चलते सथानीय लोगों ने ठेकेदार का विरोध भी किया। उसकी शिकायत भी की। लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस कारण लोगों में काफी रोष है। उनका कहना है कि यदि निर्माण कार्य की गुणवत्ता में सुधार नहीं किया गया तो वे स्उ़क पर उतरकर प्रदर्शन भी करेंगे।