आधारशिला समारोह में बोले – अस्थाई है कोई समयावधि तय नहीं, कर्मचारी विश्वविद्यालय हित में करें काम, कार्यक्रम में नहीं पहुंचे शिक्षक व कर्मचारी
उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय में बुधवार को आधारशिला दिवस मनाया गया। माधव भवन में स्थापित विक्रमादित्य की प्रतिमा पर कुलपति प्रो. एसएस पाण्डे, प्रभारी कुलसचिव डीके बग्गा सहित अन्य पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कुलपति ने कहा कि हमारी ड्यूटी (कुलसचिव का नाम भी लिया) तो 4 बजे तक की है। कार्यकाल का कोई समय निर्धारित नहीं। बस एक चिट्टी आई और हम चले जाएंगे। यह विश्वविद्यालय आप लोगों का है। सभी अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करें। विवि हित में काम करें। इसके बाद उपस्थित लोगों के चेहरे की हवाई उड़ गई। कुलपति के इस वक्त्व के बाद विवि परिसर में तरह-तरह की चर्चाओं को दौर जारी हो गया।
सीधी बात के कई तरह से मतबल
विवि में आयोजित कार्यक्रम का संचालन कुलानुशासक डॉ. शैलेंद्र शर्मा ने किया और स्वागत भाषण संकायाध्यक्ष डॉ.राकेश ढण्ड ने दिया। इसी के साथ प्रभारी कुलसचिव डीके बग्गा ने कर्मचारियों के सामने अपनी बात रखी। कार्यक्रम में कुलपति भी करीब 7 मिनिट तक बोलें, लेकिन दशहरा पर कर्मचारियों से हुई बातचीत की तरह कार्यक्रम का वक्त्व भी चर्चाओं में आ गया। हालांकि कुलपति सीधी बात के लिय पहचाने जाते है, लेकिन उनकी सीधी बात के कई तरह से मतबल भी निकाले जा रहे है। इधर, विवि के प्रमुख कार्यक्रम से शिक्षकों के साथ कर्मचारियों ने भी पूरी तरह से दूरी बनाकर रखी। जब कार्यक्रम में कोई नहीं पहुंचा। तो गोपनीय विभाग के कर्मचारियों को आंमत्रित कर लिया। इसके बाद करीब 50 संख्या से संतोषजनक कार्यक्रम हुआ।
अव्यवस्थाओं पर मचा घमासान
विवि में प्रवेश, परीक्षा, परिणाम और प्रशासनिक व्यवस्था में अव्यवस्था व्याप्त है। विशेष परीक्षा आयोजन के लिए जमकर विद्यार्थियों ने विवाद मचाया। इसके बाद पीएचडी प्रवेश परीक्षा में भी अव्यवस्थाओं के चलते हंगामा हो गया। पिछड़ते सत्र को लेकर उच्च शिक्षा विभाग भी विवि अधिकारियों से नाराज है। दर्जनों मामलों में विवि प्रशासन की गलती खुलकर सामने भी आ रही है। यह सभी जानकारी उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया व प्रमुख सचिव आशीष उपाध्याय तक भी पहुंच रही है। भाजपा व संगठन से जुड़े लोग भी कई बार खुली नाराजगी जाहिर कर चुके है।