परमहंस की समाधि स्थल सरयू तट के किनारे भी उन्हीं संतों को समाधि स्थल तक जाने की अनुमति दी जा रही है, जिनके पास जिला प्रशासन द्वारा दिया गया पास है।
मुख्य कार्यक्रम स्थल दिगंबर अखाड़ा में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में संतों के बिना पास के प्रवेश पर रोक से साधु संत भड़क उठे हैं।
राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा शलाका पुरुष स्वर्गीय महंत परमहंस रामचंद्र दास कार्यक्रम में विवाद की स्थिति पैदा हो गई।
जिला प्रशासन ने कुछ गिने-चुने संतों को ही पास जारी किया है।