प्रदेश की भाजपा सरकार दो साल में कोई ठोस योजना लागू नहीं कर पाई। यह सरकार केवल एमओयू सरकार बनकर रह गई है। हर कार्य के लिए दो साल से एमओयू हो रहे हैं लेकिन धरातल पर कोई कार्य नहीं हो रहा है।
मुख्यमंत्री का अब पद पर रहने का कोई औचित्य नहीं रह गया है। सरकार ने दो वर्ष में जनादेश का अपमान किया है। यह बात शनिवार दोपहर यहां सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पूर्व विधानसभाध्यक्ष दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने कही।
उन्होंने कहा कि एमओयू के प्रचार से कार्य नहीं चलेगा, प्रदेश में कितने युवाओं को रोजगार और उनकी रोजी-रोटी के साधन उपलब्ध हुए यह बताना चाहिए। राज्य सरकार के पास विकास की कोई योजना नहीं है और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की चल रही लोकप्रिय योजनाओं में बजट कटौती कर उन्हें बंद किया जा रहा है।
सरकार रिफाइनरी पर अभी तक कोई फैसला नहीं कर पाई है, अगर कांग्रेस शासन में होती हो अभी तक यह स्थापित हो चुकी होती।
शेखावत ने कहा कि चुटकी लेते कहा कि भाजपा के दो वर्ष के शासन में कोई बताने लायक कार्य नहीं है, इस सरकार के इतने पाप बढ़ चुके हैं कि तीन साल बाद कांग्रेस को चुनाव में मेहनत करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
उन्होंने भ्रष्टाचार के सवाल पर कहा कि भाजपा सरकार स्वयं के कारनामे छुपाने के लिए कांग्रेस नेताओं पर झूठे आरोप मढ़ रही है। एम्बुलेंस घोटाले मेें सरकार ने सीबीआई को मामला सौंप दिया, लेकिन अब उसमें कुछ नहीं निकलने से सरकार परेशान है। पूर्व मंत्री शांतिलाल धारीवाल को बेवजह परेशान किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार आमजन को भ्रमित करने जुटी हुई है। ललित मोदी के प्रकरण ने देशभर में प्रदेश को शर्मसार किया है लेकिन उसके बाद भी सरकार बेशर्मी ओढ़े हुए है।
विधानसभा व लोकसभा में बिगड़ते माहौल पर उन्होंने कहा कि समाज में गिरावट आती है तो उसका असर हर क्षेत्र में दिखने को मिलता है। उससे लोकतंत्र के ये स्तंभ भी अछूते नहीं रहे हैं।
अच्छे दिन का दिया झांसा
केन्द्र व राज्य सरकार ने अच्छे दिन के सब्जबाग दिखाकर लोगों को ठगा है। देश में लोग पहले साल में कहने लगे उन्हें अच्छे दिनों के नाम पर झांसा दिया गया है।
देश के सामने भाजपा सरकार की कलई खुल चुकी है, कोई भी सरकार आमजन को ज्यादा दिन बेबकूफ नहीं बना सकते। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था, कृषि, ऊर्जा, रोजगार सहित अन्य क्षेत्र में विफल साबित हुई है। कांग्रेस ने इस संबंध में राज्यपाल को ज्ञापन दिया है।