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क्रीम लगार्इ पर चार हफ्तों में नहीं हआ गोरा, भेज दिया था नोटिस

Published: Apr 12, 2016 03:56:00 pm

Submitted by:

Sarad Asthana

फिल्मी सितारों को विज्ञापन में देखकर लोग आसानी से उस प्रोडक्ट पर भरोसा कर लेते हैं।

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नोएडा। फिल्मी सितारों को विज्ञापन में देखकर लोग आसानी से उस प्रोडक्ट पर भरोसा कर लेते हैं। इसी का फायदा उठाती हैं मल्टीनेशनल कंपनियां, लेकिन कई बार बिना सोचे-समझे ये सितारे मुसीबत में भी पड़ जाते हैं। नोएडा के एक मामले को लेकर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी भी आजकल ऐसी ही परेशानी में फंसे हुए हैं। फेयरनेस क्रीम के नाम पर गलत विज्ञापन भी आम हो गए हैं। देश भर में कई लोगों ने फिल्म स्टार्स पर फेयरनेस क्रीम या साबुन का गलत विज्ञापन करने के कारण केस भी किया। आइए जानते हैं ऐसे ही फर्जी विज्ञापनों के बारे में।

धोनी भी मुसीबत में

आजकल क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी भी नोएडा में चल रहे आम्रपाली बिल्डर के प्रोजेक्ट के कारण मुसीबत में हैं। आम्रपाली के एक प्रोजेक्ट में घर बुक कराने वाले बायर्स को आज तक घर नहीं मिल पाया है। ऐसे में बायर्स ने धोनी से उन्हें घर दिलाने की या आम्रपाली के ब्रांड एंबेस्डर पद से हटाने की मांग की है। अधिकतर लोगों को अब तक घर नहीं मिला है, जिन्हें मिला है वे आधे-अधूरे काम की शिकायत कर रहे हैं। धोनी पर दबाव बनाने के लिए बायर्स ने ट्विटर पर धोनी के खिलाफ मुहिम छेड़ रखी है। बताया ये भी जाता है कि धोनी की पत्नी आम्रपाली माही नामक कंपनी में पच्चीस फीसदी की पार्टनर भी हैं और धोनी खुद इस ब्रांड के ब्रांड एंबेस्डर हैं। अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या धोनी बायर्स को उनका घर दिला पाएंगे।

शाहरुख भी कर चुके हैं गलत विज्ञापन

फेयरनेस क्रीम के नाम पर शाहरुख खान भी लोगों का उल्लू बना चुके हैं। शाहरुख इमामी कंपनी की एक फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन करते थे। विज्ञापन में दावा किया गया था कि चार हफ्ते में क्रीम आपको गोरा बनाती है। मुंबई के निखिल ने ये क्रीम खरीदी और चार हफ्तों तक इस्तेमाल किया लेकिन कोई फायदा नहीं हआ। उस वक्त तेईस साल के रहे निखिल के भाई पारस ने कंज्यूमर फोरम में केस लड़ने में उनकी मदद की। तीन साल चले केस के बाद निखिल केस जीत गए और कंपनी पर पंद्रह लाख का जुर्माना लगाया गया। कोर्ट के आदेश पर कंपनी को अपना विज्ञापन वापस लेना पड़ा। हरजाने के रूप में निखिल को दस हजार रुपए मिले और बाकी पंद्रह लाख दिल्ली के उपभोक्ता कल्याण निधि में जमा कराने के आदेश दिए गए।

फेल हआ लोरियल का दावा

लोरियल के महंगे प्रोडक्ट भी सेफ नहीं हैं। लोरियल के 300 डार्केस्ट ब्राउन कास्टिंग क्रीम मिसब्रांडेड पाई जा चुकी है। मामला हिमाचल के सोलन का है। यहां एक डिस्ट्रीब्यूटर से लिए गए सैंपल जांच में लेबलिंग में बताए गए मानकों और कंटेंट के अनुरूप नहीं मिले। मामले में ड्रग्स विभाग ने कंपनी के प्रोडक्ट की सप्लाई रोक दी और उसकी बिक्री पर रोक लगा दी।

साबुन से गोरा नहीं हुआ तो साउथ के सुपर स्टार को कोर्ट में घसीटा

मामला केरल के वायानाड इलाके का है। यहां साउथ के सुपर स्टार मम्मूटी एक ‘फेयरनेस साबुन’ का विज्ञापन किया। इस विज्ञापन को दखकर केरल के वायानाड में रहने वाले एक आर्टिस्ट चाथू ने एक साल तक गोरा करने वाले साबुन का इस्तेमाल किया, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। इसके बाद चाथू ने इंदूलेखा व्हाइट सोप बनाने वाली कंपनी और मम्मूटी को कोर्ट में घसीटा। फिलहाल मामला कोर्ट में लंबित है।

अमिताभ पर मैगी के लिए केस

मैगी में तय सीमा से ज्यादा सीसे की मात्रा पाए जाने के बाद अमिताभ बच्चन पर भी केस किया जा चुका है। हालांकि अभिनेता अमिताभ बच्चन ने केस को गलत बताते हुए इसे खारिज करने की मांग की थी।

ये एक्टर नहीं करते क्रीम का विज्ञापन

अभिनेत्री रिचा चड्ढा और रणवीर हुड्डा फेयरनेस क्रीम का विज्ञापन नहीं करते हैं। उनका मानना है कि इस तरह के विज्ञापनों से नस्लवाद बढ़ता है। दोनों की एक्टर्स के पास कई कंपनियां अपनी क्रीम के ऐड को लेकर पहुंच चुकी हैं लेकिन उन्होंने ऐड करने से इनकार कर दिया।
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