वाराणसी. अभी तक सपा और बीएसपी को तोड़ रही बीजेपी एक बार फिर विरोधियों को झटका दे सकती है। यदि ऐसा होता है तो यूपी चुनाव 2017 में नया समीकरण बन सकता है। भगवा पार्टी अपनी नयी रणनीति से बहुत खुश है और जल्द ही इसका खुलासा हो सकता है।
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के कुनबे में सीएम अखिलेश यादव व शिवपाल यादव के बीच की लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। सपा में एक सीट से कई प्रत्याशी मैदान में है। इसके अतिरिक्त वर्तमान विधायक भी मैदान में जमे हैं। बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने पिछले सारे समीकरणों को ध्वस्त करते हुए सबसे पहले 403 प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। मायावती के बयान को माने तो प्रत्याशियों को अब बदला नहीं जायेगा। पूर्व में बसपा की ऐसी इमेज बनी है, जिसमे माना जाता था कि जब तक प्रत्याशी नामांकन नहीं कर दे, तब तक बसपा का टिकट पक्का नहीं होता था। यूपी में वर्ष 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी व कांग्रेस ने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की है लेकिन बीजेपी ने ऐसे प्रत्याशियों ने सम्पर्क करना शुरू कर दिया है, जिससे बीजेपी काफी खुश है।
जानिए कैसे दे सकती है झटका
बीजेपी एक बार फिर सपा व बसपा को झटका दे सकती है। पूर्वांचल से जुड़े बीजेपी सूत्रों की माने तो सपा और बसपा से टिकट पाये एक दर्जन प्रत्याशी इन दिनों बीजेपी के सम्पर्क में है। इन प्रत्याशियों को बीजेपी से टिकट मिलता है तो वह बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। यदि ऐसा होता है तो चुनाव से पहले सपा और बसपा को तगड़ा झटका लग सकता है।
बीजेपी मान रही बड़ी जीत
अन्य नेताओं के आने से पहले ही बीजेपी में बगावत हो जाये, लेकिन पार्टी इसे यूपी में अपनी लोकप्रियता मान रही है। अन्य दलों को प्रत्याशी अभी भी बीजेपी से टिकट मांग रहा है इन परिस्थितियों में बीजेपी को लगता है कि उसकी स्थिति यूपी में अच्छी हो गयी है यदि टिकट वितरण के बाद बीजेपी में बगावत होता है तो पार्टी को नुकसान नहीं होगा। यूपी की जनता की अगली सरकार का गठन करेगी। फिलहाल बीजेपी अन्य दलों के लोगों के पार्टी में आने के प्रयास से खुद को ताकतवर महसूस कर रही है।