वाराणसी. ठंड की ताकत के आगे सारे उपाय बेकार साबित हुए हैं। बुधवार को दिन भर सूर्यदेव के दर्शन भी लोगों को नहीं हुए है। शीतलहर ने लोगों को ठिठुरने पर विवश कर दिया है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अधिकतम तापमान14.3 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 13डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। न्यूनतम व अधिकतम तापमान में लगातार हो रही गिरावट ने लोगों को कंपकपाने पर विवश कर दिया है।
सुबह से ही मौसम का रूख बेहद सख्त था। शहरी क्षेत्र में भोर का असर कम देखने को मिला और ग्रामीण क्षेत्रों में कोहरे ने अपनी ताकत दिखायी है। दिन भर सूर्य के दर्शन नहीं होने से ठंड की मार दोगुनी हो गयी। रही सही कसर शीतलहर ने पूरी कर दी। सुबह से लेकर रात तक चली शीतलहर ने लोगों को खुब सताया। सबसे अधिक दिक्कत बुजर्ग व बच्चों को हो रही है। उन्हें ठंड की सबसे अधिक मार पड़ रही है। इस साल अच्छी बारिश हुई है जिसके चलते इस बार दिसम्बर में लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है। पिछले तीन सालों की बात की जाये तो ऐसी ठंड जनवरी में पड़ रही थी लेकिन इस बार दिसम्बर से ही ठंड ने भयावह रूप दिखाना शुरू कर दिया है।
नहीं जल रहे हैं अलाव
नगर निगम ने अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की है जिसके चलते गरीबों को राहत मिलना कठिन हो चुका है। ठंड के चलते सरकारी अस्पतालों में भी मरीजों की भीड़ बढऩे लगी है। सभी ठंड से संबंधित बीमारी से पीडि़त हो रहे हैं। शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वार्ड में ब्लोअर व कंबल की व्यवस्था की जा रही है।
ट्रेन व प्लाइट हो रही निरस्त
ठंड व कोहरे के चलते ट्रेन व प्लाइट के निरस्त होने का क्रम जारी है। कई ट्रेने निरस्त हो चुकी है और कई प्लाइट पर नहीं आयी है। जो ट्रेन व प्लाइट स्टेशन व एअरपोर्ट पर पहुंच रहे हैं वह निर्धारित समय से घंटों लेट हैं। मौसम का जैसा मिजाज दिसम्बर के प्रथम सप्ताह में देखने को मिल रहा है उससे साफ हो गया है कि आने वाले दिन में और कड़ाके की ठंड पडऩे वाली हैं।
जानिए क्या कहा मौसम वैज्ञानिक ने
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो.एसएन पाण्डेय का कहना है कि अभी दो से तीन दिन तक मौसम का मिजाज ऐसे ही रहने की संभावना हैं। आसमान में बादल है इसलिए कोहरे का कम असर देखने को मिला है। सूर्यदेव के दर्शन नहीं होने से लोगों को ठंड की अधिक मार पड़ रही है। बारिश के संदर्भ में अभी कुछ बताना सही नहीं होगा। फिलहाल लोगों को कड़ाके की ठंड के लिए तैयार रहना होगा।