वाराणसी. हरिश्चन्द्र पीजी कालेज में एबीवीपी कार्यकर्ताओं को मंगलवार को बड़ी सफलता मिल गयी है। आंदोलन का असर हुआ कि पुलिस व जिला प्रशासन को छात्रसंघ चुनाव पर सहमति देनी पड़ी। चुनाव अधिकारी डा.विजय राय ने बताया कि छात्रसंघ चुनाव के लिए 21 दिसम्बर को नामांकन होगा और 30 दिसम्बर को चुनाव के बाद परिणाम जारी होगा। खास बात है कि पिछले साल भी इसी दिन नामांकन व चुनाव हुए थे। बता दें कि पत्रिका ने 28 नवंबर को हरिश्चन्द्र पीजी कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव को लेकर पुलिस प्रशासन के हीलाहवाली पर ‘सीएम अखिलेश के निर्देश को यूपी पुलिस ने दिया तगड़ा झटका’ शिर्षक से खबर लगाई थी। इसके बाद पुलिस के आला अधिकारियों ने पत्रिका की खबर पर ट्विट करके मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
हरिश्चन्द्र पीजी कालेज में छात्रनेता खुशबू सिंह व श्रीपति मिश्र के नेतृत्व में छात्रों ने छात्रसंघ चुनाव तिथि जारी करने के लिए अनशन किया था। खुशबू सिंह व एक अन्य छात्रनेता अमित चौरसिया की हालत भी बिगड़ गयी थी और दोनों को शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। इसके बाद भी छात्रों ने अनशन समाप्त नहीं किया था। मंगलवार को अराजक तत्वों ने परिसर में पटाखा फोड़ कर माहौल भी खराब करने का प्रयास किया था जिसके बाद जिला व पुलिस अधिकारियों ने महाविद्यालय प्रशासन के लोगों के साथ बैठक करके चुनाव तिथि पर अंतिम निर्णय किया। पत्रिका से बातचीत में चुनाव अधिकारी डा. विजय राय ने कहा कि चुनाव तिथि पर निर्णय हो गया है और अब चुनाव से जुड़ी सारी तैयारी तेज कर दी जायेगी।
बीजेपी प्रदेश महिला अध्यक्ष स्वाति सिंह ने भी जानी थी स्थिति
एबीवीपी कार्यकर्ताओं का आंदोलन तेज होने लगा था। बीजेपी प्रदेश महिला अध्यक्ष स्वाति सिंह ने भी फोन के जरिए एबीवीपी कार्यकर्ताओं के आंदोलन की जानकारी ली थी इसके बाद से बीजेपी के लोग भी सक्रिय होने लगे थे। पुलिस प्रशासन को समझ आ गया था कि अब चुनाव तिथि नहीं जारी होने से आंदेलन तेज हो सकता है। खास बात है कि सीएम अखिलेश यादव ने खुद ही परिसरों में छात्रसंघ चुनाव कराने को कहा था ऐसे में मामला बिगड़ सकता है। इसके बाद पुलिस प्रशासन ने तिथि जारी कर दी।
छात्रनेताओं को तोड़वाया गया अनशन
छात्रसंघ चुनाव तिथि जारी होने के बाद हरिश्चन्द्र पीजी कालेज में विधायक रवीन्द्र जायसवाल, बीजेपी काशी प्रांत के अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य, डा.नीलकंठ तिवारी, लाल रत्नाकर सिंह, आलोक श्रीवास्तव ने परिसर में जाकर छात्रनेताओं का अनशन तुड़वाया। इस अवसर पर एबीवीपी के पूर्व महानगर मंत्री दिनेश दीक्षित ने कहा कि यह छात्रों और संगठन की जीत हैं। अनशन खत्म करने के लिए पुलिस प्रशासन ने हम लोगों पर बहुत दवाब डाला था लेकिन हम लोगों ने छात्रहित को देखते हुए सारे दवाब को दरकिनार करके सफलता पायी है।