वाराणसी/ कैथी. प्रशासनिक दुर्व्यवस्था के चलते मारकंडेय महादेव में सावन के दूसरे सोमवार को दर्शनार्थियों को भारी दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। बार-बार ताकीद किए जाने के बाद भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ। नतीजा इस दूसरे सोमवार को देवरिया से आए श्रद्धालु हीरालाल गुप्ता मंदिर परिसर में फिसल कर गिर गए जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई। पैर की हड्डी टूट गई। मौके पर तैनात पुलिस ने तत्काल एम्बुलेंस बुला कर उन्हें जिला अस्पताल भेजा। बता दें कि सावन शुरू होने के पहले से ही स्थानीय लोग व मंदिर प्रशासन जिला प्रशासन से मंदिर क्षेत्र में फैली दुर्व्यवस्था को दूर करने की मांग कर रहे थे। लेकिन प्रशासन ने उस ओर तनिक भी ध्यान नहीं दिया। नतीजा सामने है। ये तो एक नजीर है कि हीरालाल इतने गंभीर रूप से घायल हुए, ऐसे जानें कितने लोग हैं जो गिरते-पड़ते मंदिर परिसर में पहुंच कर दर्शन-पूजन कर रहे हैं। इस बीच दूसरे सोमवार को चिलचिलाती धूप और भारी उमस में लोगों ने मारकंडेय महादेव का दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद ग्रहण किया।
गंगा गोमती संगम पर स्थित कैथी क्षेत्र में श्री मार्कंडेय महादेव धाम में
सावन मास के द्वितीय सोमवार को भारी भीड़ उमड़ी। दूर दूर से आये भक्तों की कतार रविवार की अर्द्ध रात्रि से ही लग गई थी। श्रद्धालुओं की भीड़ अधिक होने के कारण हर भक्त को घंटों प्रतीक्षा करनी पडी। बता दें कि गंगा गोमती के संगम स्थित मारकंडेश्वर महादेव मंदिर को काशी का उत्तरी द्वार कहा जाता है। इनका काशी के शिवालयों में प्रमुख स्थान है। इसे द्वादश ज्योतिर्लिंगों के समकक्ष मान्यता है। ऐसे में पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से हजारों की संख्या में आए कांवरियों से पूरा मेला क्षेत्र पटा हुआ था।
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गंगा घाट पर स्नान करने के लिए भी बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। पुलिस प्रशासन पूरी तरह तत्पर रहा। भीड़ को जगह-जगह रोक कर नियंत्रित किया जा रहा था ताकि मदिर परिसर में अव्यवस्था न हो। व्यवस्था को लेकर कांवरियों और दर्शनार्थियों से पुलिस वालों की कई बार बहस भी हुई।
चिकित्सा शिविर का आयोजनमेला क्षेत्र में सामाजिक संस्थाओं और चिकित्सा संस्थानों द्वारा चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसमे सैकड़ों लोगों को मुफ्त चिकित्सा और दवाएं उपलब्ध कराई गई।