वाराणसी. अगर आपके इरादें मजबूत हो तो कोई भी परेशानी आपको कामयाबी से नहीं रोक सकती। इसी बात को सच साबित किया है आकांक्षा पाठक ने। आकांक्षा काशी विद्यापीठ के एमएससी भौतिक विज्ञान में गोल्ड मेडल जीतकर साबित कर दिया है कि इंसान की लगन सच्ची होनी चाहिए, सफलता आपकी कमद चूमेंगी। आकांक्षा को यह सफलता इतनी आसानी से नहीं मिली, इसके लिए इनकों कई तरह की पेरशानियों का सामना करना पड़ा है। आकांक्षा के पिता दीनानाथ पाठक फेरी पर सामान बेचते हैं और माता बिन्दू पाठक गृहणी हैं।
आकांक्षा ने बताया कि पिता दीनानाथ पाठक साइकिल पर घूम-घूम कर पान-मसाला बेचते हैं। बताया कि पापा ने हमेशा उनके पढ़ाई को सपोर्ट किया। आकांक्षा अपने इस सफलता का श्रेय परिवार के साथ अपने गुरूजन को दिया।
अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनना है सपना, रोल माॅडल के हाथों मिला मेडल
आकांक्षा पाठक का सपना अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनाना है। आकांक्षा को आगे रिसर्च करना है और देश की सेवा करनी है। आकांक्षा के रोल माॅडल इसरो पूर्व अध्यक्ष पद्म विभूषन डाॅ. के कस्तूरीरंजन हैं। यह इत्तेफाक ही रहा कि काशी विद्यापीठ के 38वें दी क्षांत समारोह के मुख्य अतिथि भी यहीं रहे और आकांक्षा को गोल्ड मेडल भी इन्होंने ही दिया। आकांक्षा ने कहा कि यह किसी सपने से कम नहीं है।
टाॅपर्स
एक बार फिर विश्वविद्यालय टाॅपर संगीत विभाग से
काशी विद्यापीठ में सत्र 2015-16 की टाॅपर रूचिका परनजापे रहीं। रूचिका ने एमए संगीत में गोल्ड मेडल के साथ ही विश्वविद्यालय टाॅपर डाॅ. विभूतिनारायण सिंह स्मृति स्वर्ण पदक पर भी कब्जा जमाया। रूचिका संगीत विभाग की छात्रा हैं, पिछली बार भी विश्वविद्यालय टाॅपर इसी विभाग की हरप्रीत कौर थीं।
जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती स्वर्ण पदक नेहा सिंह को
नेहा सिंह को जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती स्वर्ण पदक मिला। यह पदक संस्कृत विभाग में स्नातकोत्तर में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र या छात्रा को मिलता है। इस बार नेहा सिंह ने संस्कृत विभाग में टाॅप करते हुए इस पदक पर कब्जा किया।
शिवा शर्मा को मिला प्रो. दूधनाथ चतुर्वेदी स्मृति स्वर्ण पदक
एमए अर्थशास्त्र की टाॅपर शिवा शर्मा को प्रो. दूधनाथ चतुर्वेदी स्मृति स्वर्ण पदक मिला। वहीं एमएसडब्ल्यू की टाॅपर संजुक्ता सरकार को प्रो. सीपी गोयल स्मृति स्वर्ण पदक मिला।
रत्नदीप जायसवाल को मिला 50 हजार का चेक
38वें दीक्षांत समारोह में पहली बार संस्थापक शिव प्रसाद गुप्त परिवार की ओर से दो छात्रों को छात्रवृत्ति दी गयी। यह छात्रवृत्ति पिछली बार स्नातक व स्नाताकोत्तर में विश्वविद्यालय टाॅपर्स को मिलेगी। पिछली बार स्नातकोत्तर में सर्वोच्च अंक पाने वाले रत्नदीप जायसवाल को मिलेगा। यह छात्रवृत्ति स्नातक में सर्वोच्च अंक पाने वाले छात्र या छात्रा को काशी विद्यापीठ से ही स्नातकोत्तर भी करना और स्नातकोत्तर में सर्वोच्च अंक पाने वाले छात्र या छात्रा को विश्वविद्यालय से ही आगे की पढ़ाई करना अनिवार्य है। वहीं स्नातक में सर्वोच्च अंक पाने वाली साधना कुमारी यादव दीक्षांत समारोह में नहीं आयी।
पांच मेधावी रहे अनुपस्थित
38वें दीक्षांत समारोह में तीन टाॅपर्स अनुपस्थित रहे। स्नातकोत्तर में गृह विज्ञान की पूजा सिंह, गांधी विचार के जितेन्द्र कुमार ठाकुर व जन्तु विज्ञान की तसनीम आलम अनुपस्थित रहीं। वहीं वर्ष 2016 के उत्कृष्ट खिलाड़ी के हाॅकी से सुमित कुमार व कुश्ती से सचिन गिरि अनुपस्थित रहे।