वाराणसी. सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के के कुनबे की रार थमने का नाम नहीं ले रही है। कभी सीएम अखिलेश व चाचा शिवपाल यादव किसी बात को लेकर बयान देते हैं तो उससे लगता कि परिवारिक विवाद बढ़ता जा रहा है कभी ऐसा बयान आता है, जो संकेत करता है कि अब विवाद थमने वाला है। पिछले एक माह से सपा में सिर्फ और सिर्फ बयानबाजी हो रही है लेकिन अब स्थिति बदलने वाली है। जिस जगह पर सीएम अखिलेश की सेना का गठन हुआ था वहीं से अब मुलायम सिंह यादव विरोधियों को जवाब देंगे।
पीएम मोदी के गढ़ काशी में ही सीएम अखिलेश की सेना का गठन हुआ था। सपा में सबसे पहले बगावत का बिगुल भी यहीं से बजा था जब राज्यमंत्री व जिलाध्यक्ष एक-दूसरे के सामने आ गये थे और जिला मुख्यालय पर धरना तक दिया गया था। सपा परिवार में विवाद के बाद ही सीएम अखिलेश के चाहने वालों ने अखिलेश सेना का गठन किया है जिसका उद्देश्य यूपी में सीएम अखिलेश के समर्थकों को एक करना था। मुलायम सिंह यादव ने भी विरोधियों को जवाब देने की तैयारी कर ली है और वह संदेश यात्रा निकालने वाले हैं, जिसका आगाज 9 नवम्बर से काशी में होगा।
शिवपाल भी देंगे मुलायम का साथ
शिवपाल यादव भी सपा सुप्रीमो का साथ देने के लिए उपस्थित रहेंगे। शिवपाल यादव खुद ही हरी झंडी दिखा कर संदेश यात्रा को रवाना करेंगे। माना जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं में फिर से जोश भरने के लिए ही संदेश यात्रा निकाल रहे हैं। सीएम अखिलेश के समर्थकों को खुश करने के लिए मुलायम सिंह यादव ने पहले ही फिर से सीएम बनाने की बात कर दी है, जिससे संदेश यात्रा के दौरान सपा में समर्थकों को लेकर किसी प्रकार का टकराव नहीं हो। इसके अतिरिक्त जनता में संदेश जाये कि मुलायम परिवार में किसी प्रकार का विवाद नहीं है और सारे लोग मिल कर चुनाव लडऩे वाले हैं।
पीएम मोदी को उनके गढ़ में सपा देगी चुनौती
पीएम मोदी को उनके संसदीय क्षेत्र में चुनौती देने के लिए सपा की संदेश यात्रा का आगाज यहां से हो रहा है। इसके पहले नीतीश कुमार ने भी काशी में रैली करके यूपी चुनाव का शंखनाद किया था। इसके बाद सोनिया गांधी ने भी काशी में रोड शो जरिए अपनी ताकत दिखायी थी और अब सपा की बारी है।