वाराणसी. पीएम नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट उनके संसदीय क्षेत्र काशी में अफसरों की लापरवाही के चलते बड़ा हादसे का सबब बन सकता है। पीएम ने काशी की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था सुधारने के लिए अंडरग्राउंड विद्युत तार बिछायी जा रही है। इस कार्य में कार्यदायी संस्था व मॉनीटरिंग करने वाले अधिकारी इतनी लापरवाही बरत रहे हैं कि करेंट लगने से गाय की जान चली जा रही है।
देश मे इस समय गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा को लेकर हंगामा मचा हुआ है। बीजेपी ने गौरक्षा को लेकर हिंसा का कभी समर्थन नहीं किया है। पार्टी ने हमेशा की गाय की रक्षा की बात की है। ऐसे में पीएम के संसदीय क्षेत्र के में योजना में बरती जा रही लापरवाही के चलते जा रही गाय की जान का जिम्मेदार कौन है।
करेंट लगने से गयी गाय की जान
कोतवाली थाना क्षेत्र के बीबीहटिया स्थित हाथी गली में आईपीडीएस के तहत बिजली के तार को भूमिगत किया गया है। कार्यदायी संस्था ने कार्य पूरा करने में इतनी लापरवाही बरती है कि करेंट में चपेट में आने से गाय की मौत हो गयी। यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले कबीरनगर व कश्मीरीगंज में आईपीडीएस योजना के तहत बिछाये गये तार से निकले करेंट से गाय व साड़ की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों की लापरवाही से मजाक बनती जा रही योजना पीएम नरेन्द्र मोदी ने काशी के लोगों को अच्छी सुविधा देने के लिए योजना शुरू की थी, लेकिन सीएम
योगी आदित्यनाथ के अधिकारियों की लापरवाही के चलते यह योजना खतरनाक होती जा रही है। केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल जब यहां पर आये थे तो उनके सामने आईपीडीएस के तहत तार बिछने के लिए गड्ढे खोद का छोड़ देने की बात उठी थी इस पर केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री ने योजना पर लापरवाही नहीं बतरने का निर्देश दिया था। केन्द्रीय मंत्री के निर्देश का भी अधिकारियों पर कोई असर नहीं पड़ा है। अभी तक गाय ही करेंट की चपेट में आकर मौत हो रही है। बारिश में किसी व्यक्ति के करेंट की चपेट में आने की आशंका बनी है। यदि ऐसा होता है तो लोगो की नाराजगी अधिकारियों पर भारी पड़ सकती है।