वाराणसी. नोटबंदी के बाद से पीएम नरेन्द्र मोदी लगातार जनता से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने की अपील कर रहे हैं। जनता भी धीरे-धीरे प्लास्टिक मनी की ओर रूख कर रही है। लेकिन अभी भी अधिकतर जगहों पर कार्ड स्वेपिंग मशीन नहीं है, जिससे जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस समय जनता को सबसे अधिक समस्या पेट्रोल पम्पों पर हो रही है। बता दें कि दो दिसंबर की आधी रात से पुराने 500 रुपये के नोट पेट्रोल पम्पों पर चलने बंद हो गये, वहीं 1000 रुपये के नोट पहले ही बंद हो गये थे।
पत्रिका ने शनिवार को बनारस के पट्रोल पम्पों पर कार्ड स्वेपिंग मशीन का रियलटी चेक किया। पत्रिका रियलटी चेक में मिला कि शहर के कुछ पेट्रोल पम्पों पर कार्ड स्वेपिंग मशीन लगे है तो कुछ पर नहीं हैं। वहीं जहां स्वेपिंग मशीन लगा है उसमें भी अधिकतर जगहों पर एक न्यूनतम राशि निर्धारित कर दी गयी है कि उससे कम का पेट्रोल नहीं मिलेगा। बनारस के कई पेट्रोल पम्पों पर सौ रुपये का पेट्रोल नहीं मिल रहा है, उनका कहना है कि कम से कम 250 रुपये का पेट्रोल ही कार्ड से मिलेगा, उससे कम का नहीं।
पेट्रोल पम्प वहीं शहर के कई ऐसे भी पेट्रोल पम्प हैं, जहां अभी तक कार्ड स्वेपिंग मशीन लगी ही नहीं है। ऐसे पेट्रोल पम्प संचालकों का कहना है कि कार्ड स्वेपिंग मशीन के लिए आवेदन कर दिया है, जल्द ही मशीन लग जायेगी। कहा कि नोटबंदी से पहले इसकी जरूरत नहीं पड़ रही थी इसलिए अभी तक नहीं लगा था, लेकिन अब कार्ड से पेट्रोल भराने वाले अधिक आते हैं, इसलिए स्वेपिंग मशीन के लिए आवेदन कर दिया है।
कार्ड स्वेपिंग मशीन