– सुनाक्षी
सरकारी
विद्यालयों के बारे में आम तौर पर लोगों की धारणा है कि शिक्षा उस स्तर की
नहीं प्रदान की जाती जितनी निजी विद्यालयों में दी जाती हैं। लेकिन देश
में कुछ ऐसे विद्यालय भी हैं जिनमें शिक्षा का स्तर काफी अच्छा है।
राजस्थान के झुन्झुनू क्षेत्र के कुछ सरकारी विद्यालयों की स्थिति अच्छी
है।
इसका कारण मैंने जानने की कोशिश की तो स्थानीय विद्यालयों के
प्रधानाचार्यों ने बताया कि इस क्षेत्र में स्थानीय नागरिकों के अथक आर्थिक
सहयोग से विद्यालयों के इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं शिक्षा गुणवत्ता की स्थिति
अन्य जिलों की अपेक्षा बेहतर है। यहां पर आम लोगों का सरकारी विद्यालयों से
गहरा जुड़ाव है। छात्रों की पढ़ाई से संबंधित समस्त सामान्य सुविधाएं जैसे
किताबें, पोशाकें , खेल -कूद का सामान, पेयजल और शोचालय जैसी सुविधाएँ
लोगों द्वारा दी जाती हैं।
यहां विद्यालय स्टाफ द्वारा भी गरीब छात्रों के
आर्थिक सहयोग में पूरी मदद की जाती हैं। क्षेत्र के ग्रामीणों से पूछने पर
पता चला कि यहां अधिकतर लोग सरकारी नौकरियों में हैं जो इन्हीं विद्यालयों
से कभी पढ़ कर गये हैं ओर आज वे सक्षम होकर सरकारी विद्यालयों की कायापलट
करने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। स्थानीय विद्यालय के अध्यापक के
अनुसार यहां किसान और मज़दूर भी स्कूल में आर्थिक सहयोग देने से पीछे नहीं
रहते हैं जिसकी वजह से यहाँ शिक्षा का स्तर बेहतर हैं। स्थानीय क्षेत्र के
सैनिकों ने भी सरकारी विद्यालयों के सुधार में बेहद सराहनीय भूमिका निभाई
हैं। जिससे विद्यालयों में शिक्षा का स्तर सुधरा है। ऐसी ही मदद जनता अन्य
विद्यालयों में करे तो शिक्षा के स्तर में काफी सुधार आ सकता है।