होमवर्क न देने के चलते हुआ एडमिशन
साल 2007 में जब फॉल्कस्टोन एकेडमी की शुरूआत हुई थी तो इसने घोषणा की थी कि वो बच्चों को कोई होमवर्क नहीं देगा, जिससे बच्चे स्कूल के बाद दूसरे खेल गतिविधियों में हिस्सा ले सकें, इसके लिए स्कूल में सप्ताह में चार दिन 3.30 से 5 बजे तक वेकेशनल एक्टिविटी भी कराई जाती थी। लेकिन अब स्कूल प्रशासन का कहना है कि वो अपनी नीति में बदलाव कर रहा है और सितंबर महीने से सेकेण्डरी स्कूल के बच्चों को होमवर्क देने की शुरूआत करेगा। पैरेंट्स का कहना है कि अगर स्कूल अपनी इस पॉलिसी को वापस नहीं लेता है तो वो अपने बच्चों को वहां से निकाल लेगें। उनकी इस मुहिम को बहुत से लोग समर्थन भी दे रहे हैं।
परिवार के साथ समय नहीं बीता सकेंगे बच्चे
स्कूल में पढ़ने वाली 13 साल की एलिजाबेथ की मां लिन किंग का कहना है कि उनकी बेटी को स्कूल की इस पॉलिसी से काफी परेशानी होगी। अब उसके पास आराम करने का भी वक्त नहीं होगा और न ही वह अपने परिवार के साथ वक्त बिता पाएगी न ही दोस्तों के साथ खेल पाएगी। उनकी बेटी बहुत छोटी है और उसके पास बहुत कम खाली समय होता है इसलिए उन्होंने इस स्कूल को चुना था क्योंकि यहां पर होमवर्क नहीं दिया जाता। उनका कहना है कि होमवर्क के कारण बच्चों का वीकेंड भी खराब हो सकता है। वीकेंड पर ही वो अपने वयस्त माता-पिता के साथ कहीं बाहर घूमने जाते हैं या फिर समय बिताते हैं।
सफलता के अवसर बढ़ेंगे
वहीं स्कूल के हेडमास्टर वॉरेन स्मिथ का कहना है कि स्कूल में ही ज्यादा पढ़ने से अच्छे रिजल्ट नहीं आएंगे, इसके लिए घर पर भी पढ़ना होगा। स्कूल का सारा होमवर्क स्कूल की आधिक ारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगा। जिसे बच्चे आसानी से एक्सेस कर सकते हैं। स्कूल का यह कदम बच्चों के लिए सीखने के अवसर उपलब्ध कराना है ताकि उनके सफलता के अवसर और बढ़ सकें।