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होम बेस्ड वर्किग नहीं है दूसरे बिजनेस से कमतर

Published: Apr 07, 2015 12:52:00 pm

घर से काम करने वाले लोग आजकल
वीडियो कॉन्फ्रेंसेज से अपने
नियोक्ताओं के संपर्क रखते हैं

होम बेस्ड वर्किग के नाम पर आज भी लोगों के दिमाग में एक ऎसी मां की तस्वीर उभर आती है, जो अपने बच्चों की देखभाल की वजह से अपने अच्छे खासे जॉब से विदा लेते हुए घर बैठकर ऑफिस का काम करती है। लेकिन आज होम-बेस्ड वर्किग सिर्फ मांओं तक सीमित नहीं है। बहुत से युवा और अनुभवी लोग भी इस विकल्प को अपनी मर्जी से अपना रहे हैं।

होमबेस्ड वर्किग है खास विकल्प

होम-बेस्ड वर्किग को कभी घर पर किसी अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वाह करने से जोड़कर देखा जाता था लेकिन आज बहुत से प्रोफेशनल एवं अनुभवी लोगों के लिए यह कामकाज का मनचाहा विकल्प है। बहुत से अनुभवी लोग भी अपनी क्षमताओं के ज्यादा इस्तेमाल या सेहत का ख्याल करते हुए होम-बेस्ड वर्किग को महत्व देते ही हैं, साथ ही बहुत से युवा भी खुद के लिए आय का एक अलग स्रोत तैयार करने के लिए इसे अपनाते हैं। होम बेस्ड वर्किग को कमतर आंकने वाले लोग सोचते हैं कि ऎसा उसी व्यक्ति को करना चाहिए, जो ऑफिस के रखरखाव पर पैसा खर्च करने की हैसियत नहीं रखता। जबकि सच्चाई यह है कि होम बेस्ड वर्किग करने वाले अधिकतर लोग अपना प्रोफेशनलिज्म मेंटेन करने के लिए अपने घर के भीतर ही एक तय कमरा या कोना ऎसा रखते हैं, जो पूरी तरह उनका ऑफिस ही होता है।

नहीं होता समय
होम बेस्ड वर्किग वालों को मार्केट में कई लोग इस निगाह से देखते हैं कि उनके पास काम के लिए ज्यादा समय नहीं होता इसलिए आठ-दस घंटे की नौकरी पर जाने के बजाय थोड़े से समय में घर से काम करके किसी तरह निपटा देतेे हैं। जबकि अक्सर वे लोग भी आपको होम बेस्ड वर्किग में नजर आएंगे, जो काम के बाद बचने वाले समय का इस्तेमाल ज्यादा से ज्यादा कौशल जुटाने में किया करते हैं।

नहीं है प्रोफेशनलिज्म

अपना काम किसी होम बेस्ड प्रोफेशनल को सौंपने से पहले अक्सर लोगों के दिमाग में आता है कि ये लोग अपने काम में पूरा प्रोफेशनलिज्म नहीं बरतते, इसलिए इन्हें काम देना सही नहीं है। लेकिन आज कल बहुत से ऎसे अनुभवी पेशेवर हैं, जो अपना बिजनेस अलग से सेट करने के लिए खास तौर पर होम बेस्ड वर्किग को अपनाते हैं। पहले से नौक री का अनुभव ले चुके ये लोग होम बेस्ड वर्किग और इसके प्रसार के लिए पूरी तरह से प्रोफेशनल अप्रोच अपनाते हैं।

नहीं हैं महंगी
होम बेस्ड प्रोफेशनल्स को कमतर आंकते हुए बहुत लोग उन्हें उनकी सर्विसेज के लिए कम पैसा ऑफर करते हैं या उनकी तय फीस में कटौती के लिए दबाव डालते रहते हैं। उन्हें लगता है कि ये कम पैसे में राजी हो जाएंगे। कम अनुभव रखने वाले लोग तो ऎसे ऑफर्स पर राजी हो जाते हैं लेकिन बेहतर सर्विसेज देते आ रहे स्थापित प्रोफेशनल्स कई बार कंपनियों की तुलना में कहीं अधिक चार्ज भी वसूलते हैं। उनके ये चार्ज उनके अनुभव और उत्कृष्टता पर आधारित होते हैं।

नहीं होती मीटिंग्स
होम बेस्ड वर्किग को कमतर आंकने वाले लोग अक्सर यह भी सोचते हैं कि इस तरह की वर्किग में न तो पर्याप्त मीटिंग्स होती हैं और न ही फीडबैक लिए जाते हैं। जबकि प्रोफेशनल तौर पर घर से काम करने वाले लोग आजकल उपलब्ध स्काइप वीडियो कॉलिंग, वीडियो कॉन्फ्रेंसेज आदि के इस्तेमाल से लगातार अपने नियोक्ताओं के संपर्क मे रहते हुए देखे जा सकते हैं।
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