सफर पर निकलने से पहले ही जुबनश्व ने कहा था कि वो ये काम कर रहे हैं, ताकि दूसरे लोग भी वो काम करें जो उनके दिल को सुकून देता हो, जो उन्हें लुभाता हो। अब वह अपने घर लौट चुके हैं, जहां लेखक और प्रेरक वक्ता के तौर पर युवाओं को प्रोत्साहन दे रहे हैं।
अपने पैशन को जिएं युवा
जुबनश्व का मानना है कि युवाओं को अपने पैशन को जीना चाहिए और नौकरी वही करनी चाहिए जो वे सच में करना चाहते हैं। कुछ परंपरागत नौकरियों के टे्रंड का अनुकरण करने के टे्रंड पर जुबनश्व का कहना है कि भारत में मेडिकल, इंजीनियरिंग और ऎसी ही कुछ परंपरागत उच्च शिक्षा प्राप्त करना एक ढर्रा सा बन गया है। हमें समझना चाहिए कि कैरियर के लिए कई तरह की दूसरी संभावनाएं भी हैं। हर सप्ताह एक नए जॉब प्रोफाइल के जरिए मैंने इसी ट्रेंड को तोड़ने की कोशिश की। उम्मीद है कि इससे प्रेरित होकर युवा अपने सपने को पूरा करेंगे।