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चिकित्सा का क्षेत्र व्यापार नहीं, सेवा का माध्यम है

Published: Jul 19, 2017 06:31:00 pm

एक आम आदमी अगर बीमार भी पड़ जाता है तो उसकी खून पसीने की कमाई ये डॉक्टर्स एक बार मे ही निकाल लेते है

Medical Admission

Medical Admission

डॉक्टर्स को भगवान का दूसरा रूप माना जाता है, इस पेशे को हमेशा इज़्ज़त की दृष्टि से देखा जाता है, पर आज ये पेशा अपनी गरिमा खो रहा है। डॉक्टर्स के लिए मरीज़ सिर्फ रुपैया उगलवाने की मशीन बनती जा रहे है। कमीशनखोरी की घातक बीमारी आज के चिकित्सकों की नस में घुस गई है। मरीज़ों को कोई बीमारी न हो तो भी उन्हें बीमार घोषित कर दिया जाता है और महंगी महँगी दवाइयों की लिस्ट पकड़ा दी जाती है।

एक आम आदमी अगर बीमार भी पड़ जाता है तो उसकी खून पसीने की कमाई ये डॉक्टर्स एक बार मे ही निकाल लेते है, इस पेशे में अब न मानवता बची है ना कोई शर्म लिहाज़। डॉक्टर्स अब लूटेरे बनने लग गए है इसका सबूत है कि जो दवाई मात्र 2 रुपये की कीमत में उपलब्ध है उन्हें ये 200 रुपये में बेचते है।

सरकारी डॉक्टर्स हॉस्पिटल में कम प्राइवेट प्रैक्टिस करते ज्यादा दिखते है। उस पर भी इन्होंने न केवल अपने क्लिनिक खोल रखे है बल्कि दवाइयों की दुकाने भी खोल रखी है, एक मरीज को वही चेकअप करवाना पड़ता है जो जगह डॉक्टर बताए वही से दवाई ले जहा डॉक्टर बोले वरना डॉक्टर ढंग से आपका इलाज भी नही करेगा।

ये समस्या कोई नई नही है, पर इसका समाधान करने के लिए कोई राज़ी नही, न ही कभी सरकार ने न ही प्रशासन ने इसके लिए कोई कड़े कदम उठाए है। हर शहर में पांच सितारा होटलों की तर्ज़ पर हॉस्पिटल्स खुल रहे है, जहां पर इलाज करवाना अब मज़बूरी बन रहा है क्योंकि सारे नामी डॉक्टर्स वही बैठते है।

इस पेशे में आने वाले 10 साल में ही करोड़पति बन जाते है, इनकी कमाई का हिसाब लेने वाला कोई नही। कई स्टिंग आपरेशन हुए जिनमे देखा गया कि डॉक्टर्स ने बिना बीमारी के लोगो को बीमार बता कर उनसे पैसे ऐंठे। अगर डॉक्टर्स की लापरवाही से किसी मरीज की मौत हो जाये तो भी उसका लाइसेंस रद्द नही होता। कभी कोई कड़ा कदम नही उठाया गया।

डॉक्टर और अस्पतालों की ये लूट , ये नंगा नाच , बेधड़क , बेखौफ्फ़ देश में चल रहा है ! दवा कम्पनियों की लॉबी इतनी मज़बूत है , की उसने देश को सीधे – सीधे बंधक बना रखा है ! डॉक्टर्स और दवा कम्पनियां मिली हुई हैं ! दोनों मिल के
सरकार को ब्लैकमेल करते हैं …!! सबसे बडा यक्ष प्रश्न … मीडिया दिन रात क्या दिखाता है ? गड्ढे में गिरा प्रिंस .., बिना ड्राईवर की कार , राखी सावंत, सास बहू और साज़िश , सावधान , क्राइम रिपोर्ट , क्रिकटरों की गर्लफ्रैंड, ये सब दिखाता है , पर डॉक्टर्स हॉस्पिटल्स और दवा कम्पनियों की ,ये खुली लूट कोई नही बताता मीडिया नहीं दिखाएगा , तो कौन दिखाएगा ?मेडिकल लॉबी की दादागिरी कैसे रुकेगी ?

इस लॉबी ने सरकार को लाचार कर रखा है। आम आदमी के लिए सरकार नोटेबन्दी महंगाई और न जाने कितने मुद्दों पर बात करती है, पर ये मुद्दा कोई नही उठाता। मीडिया जनता की आवाज़ बने ये सच्चाई सबके सामने लाये, ऐसे लोगो पर
कड़ी कार्रवाई हो। शायद तभी भविष्य में ये पेशा फिर से अपनी गरिमा प्राप्त करेगा।

डॉ शिल्पा जैन सुराणा
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