इंग्लैंड के स्टावेर्टन में एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है, जहां रेलवे प्रशासन के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण एक बच्चे की जान जाते-जाते बची। मामला बेहद असंवेदनशील है, जिसकी बाद में रेलवे प्रशासन द्वारा माफ़ी भी मांगी गई है…
इंग्लैंड के स्टावेर्टन में एक बेहद गंभीर मामला सामने आया है, जहां रेलवे प्रशासन के गैर जिम्मेदाराना रवैये के कारण एक बच्चे की जान जाते-जाते बची। मामला बेहद असंवेदनशील है, जिसकी बाद में रेलवे प्रशासन द्वारा माफ़ी भी मांगी गई है। आप जब इस घटना के बारे में जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे। देखा जाए तो हम सभी सफर में रेलवे का अत्यधिक उपयोग करते हैं और अगर हमें लंबी दूरी तय करनी हो तो कई बार ट्रेन के टॉयलेट का उपयोग करना भी आम बात है। मामला कुछ इसी कड़ी से जुड़ा हुआ है। आप सोच कर देखिये कि जब आप ट्रेन में सफर के दौरान टॉयलेट का इस्तेमाल करने जाते हैं और उसका दरवाजा खोलते है लेकिन वहां टॉयलेट में फर्श ही नहीं होता तब आप की क्या प्रतिक्रिया होती?
जी हां बीती 22 जून को ऐसा ही मामला सामने आया है। इसकी जानकारी ब्रिटिश रेलवे ने इस बारे में आधिकारिक तौर पर जानकारी दी है। यह घटना इंग्लैंड के स्टावेर्टन स्टेशन से निकली ट्रेन में हुआ। चलती ट्रेन में एक महिला अपने बच्चे को टॉयलेट के लिए ले गई और दरवाजा खोलने के बाद जैसे ही बच्चे को नीचे बिठाना चाहा, तो पता चला कि वहां तो फर्श ही नहीं है।
दरअसल यह ट्रेन तेज गति से चलने वाली ट्रेन नहीं थी। इस ट्रेन को चैरिटी के तौर पर टूरिस्ट के लिए 11 किलोमीटर लंबे रेलमार्ग पर चलाई जाती है। इसकी गति 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा ही होती है। इसी बीच एक महिला अपने बच्चे को लेकर चौथे डिब्बे में स्थित टॉयलेट की ओर बढ़ी। महिला को टॉयलेट के बारे में कोई अंदाजा नहीं थी। उसने जैसे ही टॉयलेट का दरवाजा खोलकर बच्चे को बिठाना चाहा, तो नीचे ट्रेन का घूमता पहिया देखकर वो हैरान रह गई। वहां कोई फर्श ही नहीं था।
यह दृश्य देखकर मां और बच्चा दोनों शॉक्ड रह गए। इस घटना में बच्चे को कुछ मामूली खरोंचें आई हैं। मां और बच्चे की पहचान जाहिर नहीं की गई है। ब्रिटिश रेलवे के डेवलपमेंट मैनेजर डिक वुड ने इस घटना पर अफसोस जताया है।
उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से हमारे सुरक्षा नियंत्रण सिस्टम की गड़बड़ी है।
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