सीरियाई लड़के को गोद लेने की चिट्ठी लिखने वाले 6 साल के बच्चे से मिले ओबामा, कहा- मुझे तुम पर गर्व है
Published: Nov 19, 2016 05:30:00 pm
आपको याद है वह बच्चा ओमरान दाक़नीश एम्बुलेंस में बैठा
अपने हाथों और मुंह पर लगे खून को देख रहा था और उसे सीट से साफ कर रहा
था, इस तस्वीर ने पूरी दुनिया में हो रहे हिंसक आंदोलन और टकरावों में पिस
रहे लोगों की मजबूरी और दर्द को सबके सामने लाकर रख दिया
Obama meets 6-year-old who offered Syrian boy Omran Daqneesh his home
आपको याद है वह बच्चा ओमरान दाक़नीश एम्बुलेंस में बैठा अपने हाथों और मुंह पर लगे खून को देख रहा था और उसे सीट से साफ कर रहा था। इस तस्वीर ने पूरी दुनिया में हो रहे हिंसक आंदोलन और टकरावों में पिस रहे लोगों की मजबूरी और दर्द को सबके सामने लाकर रख दिया।
उस बच्चे को न्यूयॉर्क के अपने घर में रहने और गोद लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा को चिट्ठी लिखने वाले छह साल का बच्चा एलेक्स को हाल ही में व्हाइट हाउस में आमंत्रित किया गया। जहाँ राष्ट्रपति बराक ओबामा ने उससे मुलाक़ात की। ओबामा ने भावुक होते हुए उस बच्चे से कहा कि उन्हें उस पर गर्व है।
इस बात को ज्यादा दिन नहीं गुज़रे हैं। अगस्त की ही बात है जब सीरिया में हुए एक विनाशकारी हवाई हमले के बाद मलबे से बचाकर निकाले गए एक बच्चे की दर्दनाक तस्वीर ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था।
वह बच्चा ओमरान दाक़नीश एम्बुलेंस में बैठा अपने हाथों और मुंह पर लगे खून को देख रहा था और उसे सीट से साफ कर रहा था। इस तस्वीर ने पूरी दुनिया में हो रहे हिंसक आंदोलन और टकरावों में पिस रहे लोगों की मजबूरी और दर्द को सबके सामने लाकर रख दिया। इस बीच कोई था जो सीरिया के इस बच्चे को अब अपने घर लाना चाहता है, उसे अपने साथ खिलाना चाहता है।
यह है अमेरिका के न्यूयॉर्क में रहने वाला छह साल का बच्चा एलेक्स जिसने राष्ट्रपति बराक ओबामा को ऐसी चिट्ठी लिखी है जो हम सबके लिए इंसानियत का एक सबक है। व्हाइट हाउस ने एलेक्स के इस पत्र को प्रकाशित किया था।
एलेक्स ने अपनी चिट्ठी में क्या लिखा था –
हम उसे जन्मदिन पर बुलाएंगे और वो हमें अपनी भाषा भी सिखा पाएगा. क्योंकि वो अपने साथ खिलौने तो ला नहीं पाएगा, शायद उसके पास होंगे भी नहीं इसलिए कैथरीन उसके साथ अपना नीला बनी शेयर करेगी। और मैं उसे अपनी बाइक चलाना सिखाऊंगा। मैं उसे जोड़ना और घटाना भी सिखाऊंगा।’
अमेरिका के राष्ट्रपति ओबामा ने संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में इस चिट्ठी को पढ़ने के बाद कहा कि यह एक छह साल के बच्चे के शब्द हैं। वह बच्चा जो दूसरों के रंग, प्रांत और उनकी प्रार्थना करने के तरीके को लेकर शक्की नहीं है, डरता नहीं है। हम सबको एलेक्स की तरह होना चाहिए। सोचिए अगर हम सब ऐसे हो जाएं तो पूरी दुनिया क्या से क्या बन जाएगी। सोचिए हम कितने दुखों को कम और कितनी जानों को बचा पाएंगे।